धार्मिक हठधर्मिता से लड़ने के संकल्प के साथ विहिप की बैठक संपन्न

VHP meeting concludes with resolution to fight religious bigotry
धार्मिक हठधर्मिता से लड़ने के संकल्प के साथ विहिप की बैठक संपन्न
मध्य प्रदेश धार्मिक हठधर्मिता से लड़ने के संकल्प के साथ विहिप की बैठक संपन्न

डिजिटल डेस्क, इंदौर। विश्व हिंदू परिषद के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज एंड गवर्निग काउंसिल की तीन दिवसीय बैठक रविवार को धार्मिक हठधर्मिता को हराने के संकल्प और मदरसों और मिशनरी स्कूलों को नियंत्रित करने की मांग के साथ संपन्न हुई। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, धार्मिक हठधर्मिता के जहरीले प्रभावों के खिलाफ वैश्विक स्तर पर व्यापक नीति की जरूरत है।

उन्होंने कहा, हम भारत के किसी भी हिस्से को दार-उल-इस्लाम नहीं बनने देंगे। विहिप, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी सहित समाज के पूज्य संत-चिंतक इसका डटकर मुकाबला करते रहे हैं। हम इस काम में तेजी लाएंगे। इस समय विहिप 30 देशों में काम कर रही है, जिनमें से 24 से प्रतिनिधि दिसंबर के अंत में मुंबई में अंतर्राष्ट्रीय समन्वय बैठक के लिए आए थे।

आलोक कुमार ने कहा, दुनिया भर में हिंदू धर्म का सम्मान बढ़ रहा है। अब हम इस सकारात्मक विकास को बढ़ावा देंगे और लोगों को एकात्म मानवतावाद के हिंदू मूल्यों से जोड़ेंगे। विहिप इस लक्ष्य के साथ काम करेगी कि हिंदू जहां कहीं भी हों, उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए..2024 में विहिप के 60 साल पूरे होने पर, बैठक में दुनिया भर के छात्रों को परिष्कृत और सम्मानित करने के लिए एक कार्य योजना पर चर्चा की गई।

बैठक में पारित प्रस्ताव धार्मिक हठधर्मिता - इसके दुष्परिणाम और समाधान में कहा गया है कि मरुस्थलीय परंपराओं का धार्मिक कट्टरपंथ और हठधर्मिता आज भी पूरी दुनिया के लिए चुनौती बनी हुई है। दुनिया में आए दिन यहां वहां हो रहे आतंकी हमलों के लिए भी यही कट्टरपंथी जिम्मेदार हैं..।

इसमें यह भी आरोप लगाया कि ईसाई मिशनरियों का एक बड़ा वर्ग सामाजिक शत्रुता, आतंक को बढ़ावा देने, और बल, धोखाधड़ी और प्रलोभन की रणनीति के माध्यम से लोगों को परिवर्तित करने के एजेंडे में लगे हुए हैं और चेतावनी दी कि धार्मिक कट्टरवाद ईसाई और मुस्लिम समुदायों के लिए आत्मघाती रास्ता साबित होगा।

विहिप ने सभी वर्गो से राष्ट्र-विरोधी प्रवृत्तियों को संरक्षण नहीं देने और लोगों से धार्मिक हठधर्मिता और अलगाववादी नेतृत्व और समाज को सद्भाव और विकास की ओर ले जाने वाले खुले विचारों वाले नेतृत्व के खिलाफ अपनी भूमिका निभाने की अपील की।

न्यासी बोर्ड ने केंद्र और राज्य सरकारों से मदरसों और मिशनरी स्कूलों को विशिष्टतावाद, अतिवाद और अलगाववाद सिखाने वाले स्कूलों को नियंत्रित करने की भी अपील की। अवैध धर्मातरण को रोकने के लिए कड़े कानून की मांग करते हुए समान नागरिक संहिता को लागू करने की भी मांग की गई।

(आईएएनएस)

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Created On :   1 Jan 2023 6:30 PM GMT

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