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ग्रामीणों ने कलेक्टर को की शिकायत, कहा दो सीमेण्ट कंक्रीट की सडकें हैं गायब
डिजिटल डेस्क पन्ना। सरकार द्वारा गांव के विकास के लिए ग्राम पंचायतों को प्रत्येक वर्ष लाखों रूपए की राशि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है जिससे ग्रामीणों को बुनियादी सुविधायें उपलब्ध हों साथ ही साथ साफ-सफाई, स्वच्छता, पेयजल की स्थिति बेहतर हो साथ ही साथ हितग्राहीमूलक योजनाओं के माध्यम से जरूरतमंदों की स्थिति में सुधार हो परंतु पंचायती राज सिस्टम में दिनोंदिन बढ रहे भ्रष्टाचार के चलते पंचायती राज व्यवस्था सवालों के कटघरे में खडी हो रही है। निर्माण कार्यों में सरपंच, सचिव, उपयंत्रियों द्वारा मिलीभगत करते हुए अनियमित्तायें किये जाने के आरोप लग रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि निचले स्तर पर ग्राम पंचायतों में जो अनियमित्तायें एवं भ्रष्टाचार हो रहा है। उसका एक बडा हिस्सा श्रृंखला से जुडे विभिन्न उच्च स्तर तक के अधिकारियेां तक पहुंच रहा है। शायद यही वजह है कि अनियमित्ताओं करने वालों के विरूद्ध की जाने वाली कार्यवाहियों में लीपापोती देखी जा सकती है। पन्ना विकासखण्ड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बमुरहा के ग्रामीणों द्वारा आज जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में पहुुंचकर ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों में हुए भारी भ्रष्टाचार की जांच की मांग करते हुए ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव द्वारा निर्माण कार्यों में गंभीर अनियमित्तायें किए जाने की शिकायत की गई है।
शिकायतकर्ता ग्रामीणों ने की गई शिकायत में उल्लेख किया है कि ग्राम पंचायत ने वर्ष २०१७ में सीमेण्ट, कंक्रीट की दो सडकों ग्राम पंचायत भवन के पीछे से शंकरगढ की ओर लागत राशि लगभग ०५ लाख ६५ हजार रूपए एवं सीमेण्ट कंक्रीट सडक सामुदायिक भवन के सामने कांटी में बनाए जाने के नाम पर जो कार्य दर्शाया गया है वह दोनों सीमेण्ट, कंक्रीट सडकें बनीं ही नहीं हैं। शिकायकर्ता ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों के दस्तावेजों के साथ की गई शिकायत में बताया कि विधायक निधि से ग्राम पंचायत द्वारा लगभग एक किमी लंबी लागत राशि दस लाख से स्वीकृत मुरमीकरण सडक का निर्माण कार्य किया गया है। उस पर वास्तविक रूप से स्थल पर लगभग दो लाख रूपए का ही कार्य हुआ है। शेष राशि के कार्येां को फर्जी बिल, बाउचरों के जरिए भुगतान कर दिया गया है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत के टगना आम से लेकर मन्नी निरवा मुख्य सडक तक १४ लाख रूपए की लागत राशि से स्वीकृत सडक में लगभग चार लाख रूपए का ही कार्य हुआ है।
शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि पंचायत के ग्राम कांटी के तालाब में पहले से बनीं मेढ में थेाडा बहुत कार्य करवाकर १५ लाख रूपए की राशि स्वीकृत करवाई गई। इसके साथ ही कांटी के बरेली स्थान पर सीढियों के लिए १४ लाख रूपए की राशि स्वीकृत हुई थी जिसमें लगभग चार लाख रूपए का कार्य ही हुआ है। शिकायतकर्ताओं द्वारा सरपंच एवं सचिव पर हितग्राहियों से प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रकरण में दस-दस हजार रूपए लेने का भी आरोप लगाया है। बहरहाल ग्रामीणों द्वारा सरपंच, सचिव के विरूद्ध जो गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी निष्पक्ष रूप से जांच किए जाने की जरूरत है। जिससे वस्तुस्थिति शासन-प्रशासन के साथ आमजनों के सामने आएगी साथ ही साथ अनियमित्ताओं की स्थिति में संबधितों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए।
Created On :   19 Jan 2022 12:37 PM IST