पढ़ाई के लिए रंगमंच के साथ सामुदायिक भवन का ग्रामीणों ने खोला ताला

Villagers opened lock of community building with theater for studies
पढ़ाई के लिए रंगमंच के साथ सामुदायिक भवन का ग्रामीणों ने खोला ताला
पढ़ाई के लिए रंगमंच के साथ सामुदायिक भवन का ग्रामीणों ने खोला ताला

डिजिटल डेस्क कटनी । पंचायतों में स्कूली भवन की राशि का दुरुपयोग करने की बात तो कई बार आपने सुनी और देखी होगी,लेकिन ऐसे कम गांव ही मिलेंगे। जहां पर शिक्षा को सबसे बड़ा धर्म मानते हुए गांव के लोगों ने पढ़ाई के लिए किसी दूसरे शासकीय भवन का ताला खोल दिया हो। बड़वारा जनपद पंचायत का लुहरवारा हाईस्कूल के जर्जर भवन को देखते हुए ग्रामीणों ने बच्चों की पढ़ाई के लिए रंगमंच और पंचायत भवन स्कूल को देकर अनूठी मिशाल पेश की है। इसकी पहल कोरोना संक्रमण काल में जुलाई माह में ही हो गई थी। अब कक्षाओं का संचालन शुरु हो गया है तो 187 दर्ज विद्यार्थियों के पढऩे के लिए परिसर में ही सुरक्षित कमरा है।
हर बच्चा बने होनहार
इस स्कूल में पढऩे वाले प्रत्येक विद्यार्थी होनहार बनें। जिसके लिए ग्रामीणों ने मिलजुलकर निर्णय लिया है कि जब तक स्कूल का नया भवन नहीं बन जाता, तब तक रंगमंच और सामुदायिक भवन की चाबी स्कूल के पास ही रहेगी। यहां तक की बच्चों की पढ़ाई में किसी तरह का बाधा उत्पन्न न हो। जिसके लिए स्कूल के समय किसी भी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों को स्कूल परिसर के अंदर न करने का मन ग्रामीणों ने बनाया है।
खंडहर हो गए थे कमरे
 पहले यहां पर मिडिल स्कूल का संचालन किया जा रहा था, फिर इस स्कूल का उन्नयन हाईस्कूल में हो गया। पढ़ाने के लिए व्यवस्थाएं की गई, लेकिन पुराने कमरे के जीर्ण-शीर्ण होने से विद्यार्थियों और स्टाफ के ऊपर स्कूल के समय लगातार खतरा मंडरा रहा था। जिस समय यहां पर शिक्षा विभाग के अधिकारी निरीक्षण करने गए थे। उसी समय
बारिश भी हो रही थी।पानी के रिसाव से बचने के लिए भवन के अंदर पॉलीथीन लगाया गया था।
थोड़ा है थोड़े  की जरुरत है
भवन की वैकल्पिक व्यवस्थाओं के साथ अब थोड़ा है थोड़े की जरुरत है कि मांग उठने लगी है। वर्तमान समय में सामुदायिक भवन के आसपास कटीली झाडिय़ां उगी है। हाईस्कूल में पढ़ाने के लिए दो शिक्षक ही हैं। एक नियमित है तो एक अन्य शिक्षक को पढ़ाने के लिए दूसरी जगह के मीडिल स्कूल से लाया गया है। यदि यहां पर इन कमियां को दूर कर दिया जाए तो शैक्षणिक व्यवस्था और बेहतर बन सकती है।
इनका कहना है
 शासकीय हाईस्कूल लुहरवारा में नए भवन और जर्जर कमरों की मरम्मत को लेकर कार्यवाही शुरु कर दी गई है। यह अच्छी बात है कि भवन की कमीं को लेकर ग्रामीण ही सामने आए और रंगमंच के साथ सामुदायिक भवन को बच्चों की पढ़ाई के लिए खोल दिया गया। कक्षाओं का संचालन शुरु हो गया है। अभी तो कम विद्यार्थी पहुंच रहे हैं, बाद में जब शत-प्रतिशत बच्चे पहुंचेगें तो भी कमरों की कमीं नहीं होगी।
 -अभय जैन, एपीसी रमसा कटनी
 

Created On :   21 Dec 2020 5:43 PM IST

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