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आ रहे कोरोना की जांच कराने और निकल रहा वायरल फीवर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में शुरू विविध सेंटरों पर लोग कोरोना की जांच करवाने के लिए आते हैं। इनमें कोरोना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, लेकिन कोरोना नहीं होता। दरअसल मौसम बदलने से उन्हें वायरल फीवर होता है। ऐसे मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें डॉक्टर से पूरा इलाज करने की सलाह दी जा रही है। शहर में औसत 2000 लोगों की जांच हो रही है। अब लोग अलग-अलग कारणों से कोरोना की जांच करवाने लगे हैं।
2000 की जांच में निकलते हैं 8-10 पॉजिटिव
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर में 49 कोरोना जांच केंद्र शुरू हैं। इन केंद्रों पर हर दिन लगभग 2000 लोग कोरोना की जांच करवाने के लिए आते हैं। इनमें से 80 से 90 फीसदी लोग ऐसे होते हैं, जो शिक्षा, नौकरी व अन्य कारणों से शहर के बाहर आना-जाना करना चाहते हैं। दूसरे शहरों में कोई समस्या न हो, इसलिए जांच करवाते हैं। ताकि वहां पूछने पर कोरोना जांच किए जाने का प्रमाण दिया जा सके। 10 फीसदी ऐसे होते हैं, जिन्हें सर्दी, खांसी, बुखार आदि के लक्षण होते हैं। ये लोग जिस दवाखाने में उपचार करवाने जाते हैं, वहां के डॉक्टर कोरोना की जांच करवाने को कहते हैं। बचे हुए 0.4 से 0.5 फीसदी लोगों में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं। इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है। आंकड़ों के अनुसार 2000 की जांच में केवल 8 या 10 रिपोर्ट ही पॉजिटिव आती है। कोरोना की दूसरी लहर ने ऐसा कहर बरपाया था कि लोग अब भी कोरोना होने के नाम से ही डरते हैं। फिलहाल शहर में वायरल फीवर बढ़ रहा है।
अस्पतालों में 800 से ज्यादा मरीज
सूत्रों के अनुसार मौसम बदलने से वायरल फीवर बढ़ने लगता है। 15 दिन पहले तक मौसम का मिजाज गर्म था। इसके बाद सर्दी का मौसम शुरू हुअा। दिवाली के दो-तीन दिन पहले दिनभर तापमान में बदलाव होते रहा है। इस कारण वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सरकारी व निजी अस्पतालों में इनकी संख्या 800 से अधिक होने का अनुमान है। इनमें से अाधे मरीज मेयो व मेडिकल की ओपीडी में आ रहे हैं। जांच के दौरान उनमें सामान्य बुखार पाया जा रहा है।
डॉ. संजय चिलकर, स्वास्थ्य अधिकारी मनपा के मुताबिक कोरोना जांच केंद्रों पर विविध कारणों से जांच करवाने के लिए लोग आते हैं। इनमें शिक्षा, नौकरी, सफर आदि कारण होते हैं। इनमें कोरोना मरीजों की संख्या न के बराबर होती है। जिन लोगों में सामान्य बुखार का लक्षण होता है, उन लोगों को डॉक्टरों द्वारा कोरोना जांच की सलाह दी जाती है। ऐसे लोगों की जांच रिपोर्ट कोरोना निगेटिव होती है। तब उन्हें डॉक्टर बताते हैं कि उन्हें वायरल हुआ है। मौसम बदलने से वायरल फीवर के अधिक मरीज मिल रहे हैं।
Created On :   7 Nov 2021 5:06 PM IST