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नागौद के इटमा गांव में मिट्टी में दबा दिया गया समर्थन मूल्य का बरबाद गेहूं वीडियो वायरल, कलेक्टर कराएंगे जांच
डिजिटल डेस्क सतना। समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदे गए गेहूं में से बारिश में बरबाद गेहूं से पशु आहार तैयार करने के बजाय उसे मिट्टी में दफन कर देने का सनसनी खेज मामला सामने आया है। नागौद तहसील क्षेत्र के इटमा गांव में इस करतूत के साक्ष्य सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सनाका है। मामला संज्ञान में आने पर कलेक्टर अजय कटेसरिया ने जांच कराने का आश्वासन दिया है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि खराब गेहंू से मुर्गी या फिर मछली दाना बनाए जाने की व्यवस्था दी गई थी। जानकारों ने बताया कि सच क्या है ये तो जांच के बाद ही सामने आएगा। माना जा रहा है कि मिट्टी में दफन समर्थन मूल्य का गेहंू कृषि उपज मंडी नागौद और मढ़ी कला से संबंधित है।
ऐसे खुली पोल :---
बरबाद गेहूं को मिट्टी में दफन करने की करतूत का खुलासा गुरुवार को उस वक्त हुआ जब नागौद क्षेत्र के इटमा गांव में ग्रामीणों ने मवेशियों के झुंड को मिट्टी खाते हुए देखा, प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण जब करीब पहुंचे तो पता चला कि मिट्टी में गहरे से दबाए गए बोरों में सड़ा गेहूं मौजूद है। इसी के साथ ही वीडियो वायरल कर दिया गया।
डिसटलरी भी कर चुकी हैं फेल :----
माना जा रहा है कि नागौद का ये वही बरबाद गेहूं है, जिसके नमूने शराब बनाने के लिए छतरपुर की नौगांव और रायसेन की डिसटलरी में भेेजे गए थे लेकिन इन सेंपल को फेल कर दिए जाने के बाद प्रशासनिक स्तर पर इसका उपयोग पशु आहार बनाकर बेचने का निर्णय लिया गया था। आशंका है कि इस खराब गेहूं से पशु आहार बनाने के बजाय इसे मिट्टी में गहरे दफन कर दिया गया।
Created On :   10 July 2020 3:30 PM IST