अभी से नलकूप सूखे, दो दर्जन योजनाएं ठप- गर्मियों में कैसे मिलेगा पानी

water crisis: tube wells Drained from now, two dozen plans closed
अभी से नलकूप सूखे, दो दर्जन योजनाएं ठप- गर्मियों में कैसे मिलेगा पानी
अभी से नलकूप सूखे, दो दर्जन योजनाएं ठप- गर्मियों में कैसे मिलेगा पानी

डिजिटल डेस्क कटनी। अभी जब ठंड ने बिदा नहीं ली है तक गिरते भूजल स्तर ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया है। अल्प वर्षा के कारण जल स्तर में दिनों दिन गिरावट हो रही है। गिरते जल स्तर से हैंडपम्प और नलकूप सूखने लगे हैं। जल स्त्रोत सूखने से जिले की दो दर्जन से अधिक नल जल योजनाएं ठप हो गई हैं। हालांकि विभाग द्वारा संबंधित गांवों में नए नलकूपों का खनन किया जा रहा है। आने वाले दिनों में गंभीर संकट से इंकार भी नहीं किया है। विभागीय अधिकारी भी मानते हैं कि इस साल जबर्दस्त जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। पीएचई ने जिले में ऐसी 34 नल जल योजनाएं चिन्हित की हैं जो किसी ना किसी कारण से बंद हैं। लेकिन इनमें से कुछ योजनाओं को प्रारंभ कर दिया गया है लेकिन दो दर्जन योजनाओं को चालू का इंतजार है। जबकि 92 नल जल योजनाओं को चालू करने गर्मियों में 71 लाख रुपये ग्राम पंचायतों को दिए गए थे।
यहां नहीं मिल पा रहा नलों से पानी
पीएचई से मिली जानकारी के अनुसार जिले में जिन गांवों में नल जल योजनाएं बंद पड़ी हैं उनमें डांग, गुरजीकला, पोंड़ी, चरगवंा, पड़रिया, हरदुआ स्टेशन, रैपुरा, डुडरी, बंधी धुरी, बरकेछा, कन्नौद, सैदा, हथपुरी, सलैया, कोहरी, पथवारी, बाकल, सिंहुड़ी, बाकल, खम्हरिया, गौरहा, अंडिया, बासन, इमलिया, बहोरीबंद, बरेली, झिर्री, सिलौंड़ी और मुरवारी हैं। इनमें से बाकल, डांग, हरदुआ स्टेशन, कन्नौद, बरकेछा, हथपुरी, अंडिया, झिर्री में नल जल योजनाओं को चालू करने के दावे किए गए हैं।
हफ्ते भर प्रभावित रही सप्लाई
बताया गया है कि बाकल में एक सप्ताह तक पेयजल आपूर्ति ठप रही। यहां बिजली की समस्या से नल जल योजना बंद थी। वोल्टेज की समस्या से पम्प नहीं चल पा रहा था। ट्रांसफार्मर बदलने बाद नल जल योजना प्रारंभ हो सकी। सिंहुड़ी में पहले जल स्त्रोत सूखने से पानी सप्लाई बंद थी। अब पाइप लाइन अस्त-व्यस्त होने से लोगों को नलों से पानी नहीं मिल पा रहा है।
पंचायतें नहीं ले रही रुचि
बताया गया है कि नल जल योजनाओं के संचालन में ग्राम पंचायतों द्वारा रुचि नहीं ली जा रही है। बंद पड़ी नल जल योजनाओं के संधारण के लिए पीएचई के इस्टीमेट के आधार पर ग्राम पंचायतों को जिला पंचायत से राशि जारी की गई थी। कई पंचायतों ने काम ही नहीं कराया है और ना ही राशि की उपयोगिता का प्रमाण पत्र दिया है। पिछले दिनों आयोजित बैठक में नल जल योजनाओं का काम नहीं करने वाली पंचायतों के सचिवों पर कार्यवाही के निर्देश जिला प्रशासन ने दिए थे।  
92 योजनाओं पर 71 लाख खर्च
जानकारी के अनुसार जिले की बंद रहीं 92 नल जल योजनाओं को चालू करने के लिए दो किश्तों में 71 लाख रुपये से अधिक की राशि ग्राम पंचायतों को जारी की गई थी। 62 नल जल योजनाओं को चालू करने 19 अप्रेल को 37.82 लाख रुपये एवं 30 नल जल योजनाओं को चालू करने 3 मई को 33.27 लाख  रुपये की राशि जारी की गई थी।
 जिन स्थानों में जल स्त्रोत सूखे हैं वहां नए नलकूपों का खनन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नल जल योजनाओं का कार्य भी जोर-शोर से चल रहा है। इसके बाद भी अन्य स्थानों पर नलकूप खनन को प्राथमिकता दी जा रही है। घटते जल स्तर की सतत निगरानी हो रही है साथ ही बिगड़े हैंडपम्पों को सुधारने में भी तत्परता बरती जा रही है।
- ई.एस. बघेल, कार्यपालन यंत्री पीएचई

 

Created On :   21 Dec 2017 2:47 PM IST

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