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जागरूक हुए हम- इस बार 91% मूर्तियां थीं मिट्टी की
डिजिटल डेस्क, नागपुर. गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए इस बार मनपा ने शहर में 380 से अधिक कृत्रिम तालाबों की व्यवस्था की थी। इन तालाबों में 4 फीट से कम ऊंचाई की 1 लाख 29 हजार 120 घरेलू और सार्वजनिक मूर्तियों का विसर्जन किया गया, जबकि 4 फीट से ऊंची 411 मूर्तियों का कोराड़ी में विसर्जन हुआ है। विसर्जन के दौरान 142.25 टन निर्माल्य संकलन किया गया है। संतोषजनक बात यह है कि इस मर्तबा 91 फीसदी मिट्टी की मूर्तियां पाई गई हैं।
ऐसी देखी गई स्थिति
शहर भर में 10 दिनों के गणेशोत्सव के बाद शुक्रवार को विसर्जन किया गया। शहर में 380 से अधिक कृत्रिम तालाबों में 1 लाख 29 हजार 120 मूर्तियों का विसर्जन किया गया है, इनमें से 8.12 फीसदी यानि करीब 11 हजार 417 पीओपी की मूर्तियां पाई गई हैं। शहर में सर्वाधिक 6375 पीओपी की मूर्तियां धरमपेठ जोन इलाके में पाई गई हैं, जबकि सबसे कम 1.21 फीसदी यानि 135 धंतोली जोन में मिली है। पिछले साल की भांति इस साल भी पीओपी की मूर्तियों में कमी पाई गई है। हालांकि इस साल करीब 8129 मूर्तियांे की स्थापना अधिक हुई है।
पिछले साल 2021 के गणेशोत्सव में शहर में 1 लाख 27 हजार 776 मूर्तियों का विसर्जन कृत्रिम तालाबों में किया गया था। इसमें से 1 लाख 20 हजार 991 मिट्टी और 6785 पीओपी की मूर्तियों का समावेश था। इस साल पीओपी की मूर्तियों की संख्या बढ़कर 11,417 तक पहुंच गई है। तमाम दावों के बाद भी पीओपी की संख्या बढ़ी है। निर्माल्य में भी बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल विसर्जन के दौरान 127.68 टन निर्माल्य संकलन किया गया था। मनपा के अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इस साल निर्माल्य बढ़कर 142.25 टन पहुंच गया है।
निर्माल्य संकलन में पेंच : पिछले साल निर्माल्य 127.68 टन पाया गया था। मनपा के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक गणेशोत्सव के समापन तक विसर्जन में इस साल 142.25 टन निर्माल्य का संकलन किया गया है। शहर में सर्वाधिक स्थापना और विसर्जन धरमपेठ जोन में किया गया है। इस जोन में 20607 मूर्तियों की स्थापना हुई है, लेकिन इस जोन से निर्माल्य 15.76 टन ही निकला है, जबकि लक्ष्मीनगर जोन में 15725 मूर्तियों की स्थापना के बाद भी 17.34 टन निर्माल्य संकलन हुआ है। यही स्थिति सतरंजीपूरा जोन में भी बनी हुई है। इस जोन में 12581 मूर्तियों का विसर्जन हुआ, लेकिन निर्माल्य 17.25 टन निकला है। मनपा का दावा है कि निर्माल्य से जैविक खाद बनाई जाएंगी। पिछले साल निर्माल्य से निर्मित जैविक खाद के आंकड़े और इस्तेमाल का कोई भी रिकार्ड मौजूद नहीं है।
411 मूर्तियां शहर से बाहर विसर्जित : इस साल शहर भर में सार्वजनिक मंडलों में 634 मूर्तियों की स्थापना की गई थी। इनमें से 4 फीट से कम ऊंचाई की 223 मूर्तियों के साथ ही 4 फीट से अधिक ऊंचाई की 411 मूर्तियों का समावेश था। प्रशासन के निर्देश पर 4 फीट से ऊंचाई वाली मूर्तियों की विसर्जन व्यवस्था कोराड़ी में की गई थी। ऐसे में 411 मूर्तियों का कोराडी में शनिवार की सुबह 4 बजे तक विसर्जन जारी रहा।
Created On :   11 Sept 2022 2:37 PM IST