- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- फेश मास्क लेने गए 300 किमी. दूर...
फेश मास्क लेने गए 300 किमी. दूर हजरतपुर - व्हीकल फैक्ट्री का कारनामा , यहां मिल रहा 7 रुपए में
डिजिटल डेस्क जबलपुर । स्टे एट होम और सोशल डिस्टेंसिंग ऐसे दो हथियार हैं, जिनके दम पर ही कोरोना की जंग जीती जा सकती है। इसके बावजूद वाहन निर्माणी प्रशासन ने ऐसा कारनामा किया, जो न तो किफायती है और न ही सावधानी भरा। दो कर्मियों ने टैक्सी हायर की और हजरतपुर से 3 हजार मास्क लेकर आए। सिर्फ टैक्सी में ही 23,200 रुपए किराया लग गया, टीए-डीए अलग। गौर करने वाली बात यह है कि जिला प्रशासन के जरिए ऐसे ही मास्क महज 7 रुपए में मुहैया कराए जा रहे हैं। कुल मिलाकर एक लाइन में बात वही हुई कि जितने का ढोल नहीं, उतने का मजीरा..! लॉकडाउन में व्हीकल फैक्टरी में भी पूरी तरह वर्क फ्रॉम होम का कल्चर चल रहा है। अति आवश्यक सेवाओं में लगे कर्मचारियों को छोड़कर बाकी सभी की छुट्टी कर दी गई है। इधर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जब मास्क की जरूरत महसूस हुई, तो क्लॉथ फैक्टरी हजरतपुर के लिए दो कर्मचारियों को रवाना किया गया। सूत्रों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान पाँच दिन पहले दोनों कर्मचारियों ने बाहर से टैक्सी हायर की और आयुध निर्माणी हजरतपुर के लिए रवाना हो गए।
300 किमी का अलग सैर-सपाटा
जबलपुर से हजरतपुर निर्माणी की दूरी तकरीबन 650 किमी बताई जा रही है। टूर एंड ट्रैवलर्स कंपनी ने आने-जाने के लिए कुल 1290 किमी का रूट मैप बताया। सूत्रों का कहना है कि एक कर्मचारी मूल रूप से इलाहाबाद से ताल्लुक रखता है, लिहाजा अपने पैतृक स्थान की ओर गाड़ी घुमा दी गई। टैक्सी मुहैया कराने वाली कंपनी ने कुल 1,600 किमी का सफर रिकॉर्ड किया। 14.50 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से गणित लगाया गया और कुल 23,200 रुपए की बिलिंग थमा दी।
प्रशासन की चुप्पी
इस संबंध में निर्माणी के ज्वॉइंट जीएम अजय राय का कहना है कि फैक्टरी बंद है, लिहाजा कहाँ, क्या हो रहा है, इसकी जानकारी नहीं है। वहीं एजीएम प्रशासन वीबी पचनंदा का कहना है कि लॉकडाउन होने की वजह से सभी निर्णय महाप्रबंधक ले रहे हैं। इसलिए मुझे मास्क के बारे में कुछ पता नहीं। आखिरकार जब जीएम से चर्चा के प्रयास किए गए, तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।
Created On :   14 April 2020 2:54 PM IST