कोरोना जाँच का यह कैसा बैकलॉग... कम भेजे जा रहे नमूने, रिपोर्ट आ रही ज्यादा की!

कोरोना जाँच का यह कैसा बैकलॉग... कम भेजे जा रहे नमूने, रिपोर्ट आ रही ज्यादा की!
कोरोना जाँच का यह कैसा बैकलॉग... कम भेजे जा रहे नमूने, रिपोर्ट आ रही ज्यादा की!

जानकारों ने कहा - इससे पॉजिटिविटी का मूल आँकड़ा ही तैयार हो पाना कठिन, नमूने भेजे जाने और रिपोर्ट आने का कहीं मिलान नहीं, लोग उठा रहे सवाल
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
शहर में जिस तरह हेल्थ बुलेटिन में सामने आने वाली मौतों और प्रोटोकॉल के तहत मृत्यु के आँकड़ों में मिलान नहीं है, ठीक उसी तरह जाँच रिपोर्ट को लेकर भारी अंतर सामने आ रहा है। हर दिन जितने सैम्पल भेजे जाते हैं रिपोर्ट उससे कहीं ज्यादा की सामने आती है। आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट आने में देरी होने पर बैकलॉग हो सकता है, लेकिन लोगों के मन में यही सवाल आ रहा है कि यह कैसा बैकलॉग है.. जो क्लियर ही नहीं हो पा रहा है। 100 सैम्पल भेजे जाएँ और 20 आदमी पॉजिटिव हों तो पता चल सकता है कि शहर में हर 100 में से 20 लोगों को संक्रमण अपनी चपेट में ले रहा है, लेकिन  भेजे गए  सैम्पल और रिपोर्ट आने की संख्या एक समान न होने पर संक्रमण कैसे फैल रहा है, इसका प्रतिशत क्या है? यह सामने ही नहीं आ पा रहा है। लोगों का कहना है कि  कोरोना के हालात भी मलेरिया के ब्लड स्लाइड के बैकलॉग जैसे हो गए हैं। एक्सपर्ट का मानना है कि इस तरह के हालात में पॉजिटिविटी का मूल आँकड़ा ही कहीं गायब हो गया है। 
कोई प्लान बने तो कैसे 
विशेषज्ञों का मानना है कि आमतौर पर यही होता आया है कि जितने लोगों की जाँच और उसमें संक्रमण की दर पता चल जाए तो स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कोई प्लान पर वर्क किया जा सकता है। आगे इसी आधार पर तैयारियाँ भी की जा सकती हैं, लेकिन संक्रमण दर गुम होने से सही प्लान बना पाना कठिन है। बीमार होने पर लोगों के इलाज की व्यवस्था करनी पड़ेगी पर यहाँ तो कुछ दिन से पता ही नहीं चल पा रहा है कि आखिर मूल रूप से कितने लोगों को आखिर ये वायरस अपनी गिरफ्त में ले रहा है। 
अब पूरी रिपोर्ट उसी दिन मिलेगी  
इनका कहना  है
अभी तक तीन जगह जो सैम्पल भेजे जा रहे थे उनमें अलग-अलग समय पर रिपोर्ट प्राप्त हो रही थी। आईसीएमआर, मेडिकल और निजी में टेस्ट अलग-अलग घण्टों में पता चल रहा था, लेकिन अब संभव है कि एक ही समय में यह रिपोर्ट प्राप्त होगी जिससे किसी तरह का भ्रम नहीं होगा। जितनी रिपोर्ट भेजी जाएँगी उतनी रिपोर्ट 24 घण्टों में सामने आएगी। 
-डॉ. अमिता जैन  सैम्पलिंग प्रभारी 

Created On :   1 May 2021 2:39 PM IST

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