जानिए खरीदी केंद्र पर क्यों फूटा किसानों का गुस्सा ?

Why farmers at shopping center anger?
जानिए खरीदी केंद्र पर क्यों फूटा किसानों का गुस्सा ?
जानिए खरीदी केंद्र पर क्यों फूटा किसानों का गुस्सा ?

डिजिटल डेस्क, कटनी। जिले में उड़द और मूंग की खरीदी के लिए बनाए गए खरीदी केंद्र पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। कृषि उपज मंडी में बनाए गए खरीदी केंद्र पर हंगामा कर रहे किसानों का आरोप है कि अधिकारी उड़द-मूंग को गुणवत्ताहीन बताकर रिजेक्ट कर रहे हैं।

गौरतलब है कि किसानों की उड़द-मूंग की खरीदी के लिए सरकार ने खरीदी केंद्र बनाए हैं। किसानों ने किसान सर्वेयर पर आरोप लगाया है कि वे भारी तादाद में उड़द मूंग को गुणवत्ताहीन बताकर रिजेक्ट कर रहे है। किसानों ने सर्वेयर पर मनमानी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। किसानों ने आरोप लगाया कि सुनियोजित तरीके से उनका उड़द-मूंग गुणवत्ताहीन बताकर रिजेक्ट किया जा रहा है, जिसके बाद में व्यापारियों के माध्यम से इसे औने-पौने दाम में खरीदकर वापस कागज बदलकर फिर से समर्थन मूल्य पर खरीदा जा सके।

व्यापारियों के साथ मिलीभगत

एक महीने तक चली सरकारी खरीदी में करीब 4 हजार क्विंटल उड़द और मूंग को गुणवत्ताहीन बताकर रिजेक्ट कर दिया गया है। हफ्तों तक नेफिड के सर्वेयर के न आने से किसान परेशान हैं। किसानों का कहना था कि सब कुछ सुनियोजित ढंग से हुआ और किसानों की मेहनत को पलीता लगाया गया।

समय सीमा घटाने से बढ़ी मुश्किल

उड़द और मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए तय सीमा 30 जुलाई से घटाकर 25 जुलाई किए जाने के कारण किसानों में जल्दबाजी के कारण अफरा-तफरी मच गई। इसी दौरान सर्वेयर ने लगातार उड़द और मूंग को रिजेक्ट किया। किसानों का कहना था कि शासन ने घोषित समर्थन मूल्य उड़द 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल व मूंग 5225 रूपए प्रति क्विंटल की एवज में किसानों ने मजबूरी में 3600 से 4 हजार प्रति क्विंटल के दाम पर अनाज बेच दिया। इसके कारण व्यापारियों और बिचौलियों ने जमकर चांदी काटी।

 

 

Created On :   28 July 2017 7:10 PM IST

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