गड्ढों के लिए जिम्मेदारों पर क्यों न दर्ज हो आपराधिक मुकदमा - हाईकोर्ट

Why should not criminal case be filed against responsible for pits
गड्ढों के लिए जिम्मेदारों पर क्यों न दर्ज हो आपराधिक मुकदमा - हाईकोर्ट
गड्ढों के लिए जिम्मेदारों पर क्यों न दर्ज हो आपराधिक मुकदमा - हाईकोर्ट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सड़कों पर गड्ढों की समस्या और उससे होने वाले हादसे का संज्ञान लेती सू-मोटो फौजदारी रिट याचिका पर मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में सुनवाई हुई। पुलिस आयुक्त भूषणकुमार उपाध्याय और मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर दोनों ने अपनी अपनी भूमिका रखीं। लेकिन न्यायमूर्ति जेड.ए.हक और न्यायमूर्ति पुष्पा गनेडीवाला की बेंच को दोनों आला अधिकारियों की भूमिका पर संतुष्टि नहीं हुई। हाईकोर्ट ने नाराजगी जताते हुए दोनों को 3 अक्टूबर तक विस्तृत शपथ-पत्र प्रस्तुत करने को कहा है। मामले में न्यायालयीन मित्र एड.राहिल मिर्जा ने कोर्ट को बताया कि सड़क पर गड्ढे होने के बाद उसे न भरना कानूनन अपराध है। नियमानुसार संबंधित अधिकारी पर भी आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इसके बाद हाईकोर्ट ने दोनों विभागों को इस पर भी अपनी भूमिका स्पष्ट करने को कहा है। मामले में सरकार की ओर से मुख्य सरकारी वकील सुमंत देवपुजारी और मनपा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता एस.के.मिश्रा ने पक्ष रखा। 

यह थी पुलिस आयुक्त की दलील

पुलिस आयुक्त ने कोर्ट को बताया कि गड्ढों के कारण लकड़गंज थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति की मृत्यु हुई, जिसमें टिप्पर चालक और बीएसएनएल ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इसी तरह गड्ढों के कारण शहर भर में 29 दुर्घटनाएं पुलिस के रिकॉर्ड में दर्ज हैं, जिसमें पुलिस ने वाहन चालकों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने साफ कहा है कि विकासकार्यों या फिर बारिश, धूप या मौसम के प्रभाव के चलते सड़क पर पड़ने वाले गड्ढों पर दुर्घटना या किसी की मृत्यु होने पर पुलिस किसी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करती। बीते दिनों तो सामाजिक संगठन जनमंच के सहयोग से पुलिस ने स्वयं 32 गड्ढे भरे हैं। बीते मई में पुलिस ने विविध विभागों के ठेकेदारों की बैठक लेकर उन्हें तुरंत गड्ढे भरने को कहा था। इसके अलावा पुलिस ने एक एक्सीडेंट सेल बना रखा है। यह सेल कोई दुर्घटना होने पर संबंधित विभाग को जरूरी सुधार करने या सूचना फलक लगाने की सलाह देता है। 

मनपा के अनुसार इस साल मानसून में शहर में भारी बारिश हुई। इसी वजह से गड्ढे भरने वाला हॉट मिक्स प्लांट 82 में से महज 24 दिन काम कर सका, लेकिन हॉट मिक्स प्लांट ही इसके लिए काफी नहीं है, इसके लिए मनपा को बड़ा बैच मिक्स प्लांट चाहिए। इसके लिए मनपा ने टेंडर प्रक्रिया आयोजित की है। मनपा का यह भी दावा है कि बारिश रुकते ही उन्होंने अधिकांश सड़कों के गड्ढे भर दिए हैं। 

मनपा ने बीते दो वर्षों का ब्योरा दिया कि 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 तक मनपा के हॉट मिक्स प्लांट ने 498 शिकायतों पर शहर की सड़कों पर कुल 11 हजार 51 गड्ढे भरे थे। इसी दौरान मनपा पंजीकृत ठेकेदारों ने भी 2 हजार 751 गड्ढे भरे थे।  
1 अप्रैल 2019 से 11 सितंबर 2019 तक हॉट मिक्स को 1148 शिकायतें मिली, जिस पर मनपा ने शहर के 6352 गड्ढे भरे। इसके अलावा मनपा ठेकेदारों ने भी 2128 गड्ढे भरे थे।

Created On :   25 Sep 2019 10:07 AM GMT

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