धराशायी हुए दो मंजिला मकान में दबकर पति के बाद पत्नी की भी मौत - दो घंटे तक सुनाई देती रहीं चीख

Wife died after husband was buried in two-storey dashed house - scream was heard for two hours
धराशायी हुए दो मंजिला मकान में दबकर पति के बाद पत्नी की भी मौत - दो घंटे तक सुनाई देती रहीं चीख
धराशायी हुए दो मंजिला मकान में दबकर पति के बाद पत्नी की भी मौत - दो घंटे तक सुनाई देती रहीं चीख

डिजिटल डेस्क जबलपुर । दो दिनों से हो रही बारिश के कारण मंगलवार की सुबह पौने 10 बजे के करीब साठिया कुआँ क्षेत्र में एक मकान भरभराकर धराशायी हो गया। इस हादसे में मकान में  रहने वाले सगे भाई दीपक जैन व आलोक जैन उसकी पत्नी मंजू व भाभी श्रद्धा मलबे में दब गये थे। सूचना मिलने पर क्षेत्रीय लोगों व पुलिस ने तीन लोगों को मलबे से बाहर निकलवाकर इलाज के लिए विक्टोरिया भेजा जहाँ आलोक जैन की मौत हो गयी, वहीं आलोक की पत्नी मंजू जैन मलबे में दबी थी और दो घंटे तक महिला के चीखने की आवाज सुनाई देती रही। रात लगभग दो बजेे महिला को मलबे से बाहर निकाला गया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी ।
सूत्रों के अनुसार साठिया कुआँ में स्व. ताराचंद जैन का दो मंजिला पुराना मकान था, जिसमें उनके दो बेटे दीपक जैन व आलोक जैन अपने परिवार और माँ के साथ रहते थे। वहीं दो भाई राजेश व कृष्ण कुमार अलग रहते थे। सुबह पौने दस बजे के करीब पुराना मकान भरभराकर जमींदोज हो गया। मकान गिरने की सूचना पर क्षेत्रीय लोग व आसपास के थानों की पुलिस बचाव के लिए पहुँची और कुछ ही देर में मलबे में दबे आलोक जैन उम्र 45 वर्ष, श्रीमती श्रद्धा जैन उम्र 45 वर्ष व दीपक जैन उम्र 54 वर्ष को निकाला गया। हादसे में गंभीर रूप से घायल तीनों को इलाज के लिए विक्टोरिया भेजा गया जहाँ आलोक जैन की मौत हो गयी, वहीं श्रीमती श्रद्धा जैन व दीपक जैन की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं परिजनों ने आलोक जैन की पत्नी श्रीमती मंजू जैन के मलबे में दबे होना बताया जिसके बाद प्रशासनिक व निगम अमले द्वारा मलबा हटाने का कार्य शुरू कराया गया, लेकिन देर रात तक मंजू जैन को मलबे से बाहर नहीं निकाला जा सका था। मकान संकरी गली में होने के कारण रेस्क्यू में काफी परेशानी हुई। 
बच गयी बच्चों की जान -
परिजनों ने बताया कि रविवार व सोमवार को हुई बारिश के बाद मकान में रहने वाले आलोक व दीपक को मकान गिरने का अंदेशा था। सुबह साढ़े 9 बजे के करीब उन्हें मकान धसकने का अंदेशा हुआ तो उन्होंने अपने बच्चों नमन, खुशी, मनाली व भव्य को मकान से बाहर निकालकर अपने भाई के घर भिजवा दिया था। वहीं हादसे के कुछ क्षण पहले ही पास में रहने वाले भाई राजेश की पत्नी श्रद्धा उनके घर आई थी जो कि हादसे का शिकार होकर गंभीर रूप से घायल हो गयी। 
 

Created On :   19 Aug 2020 2:31 PM IST

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