वन्यजीव बर्बाद कर रहे फसल, 3 साल में 12 करोड़ 46 लाख से ज्यादा की दी नुकसान भरपाई

Wildlife wasting crops over three crore 46 lakh compensated In 3 years
वन्यजीव बर्बाद कर रहे फसल, 3 साल में 12 करोड़ 46 लाख से ज्यादा की दी नुकसान भरपाई
वन्यजीव बर्बाद कर रहे फसल, 3 साल में 12 करोड़ 46 लाख से ज्यादा की दी नुकसान भरपाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दिन-ब-दिन खेती जंगलों के करीब होती जा रही है और वन्यजीव इंसानी इलाकों के पास आ रहे हैं। इसका असर वन विभाग के खाते पर भी पड़ रहा है। अधिकृत आंकड़ों के अनुसार प्रति वर्ष वन्यजीवों से खेती का नुकसान बढ़ता जा रहा है और इस कारण वन विभाग को हर साल मोटी रकम चुकानी पड़ रही है। गत 3 साल में कुल 14 हजार 3 सौ 12 मामले सामने आए हैं, जिसमें वन विभाग को 12 करोड़ 46 लाख 82 हजार 300 रुपए हर्जाना देना पड़ा है। हालांकि अभी तक वन विभाग के पास वन्यजीवों को रोकने का कोई कारगर उपाय नहीं है। स्पष्ट है कि आनेवाले समय में भी इसी तरह वन विभाग को नुकसान भरपाई से जूझना पड़ सकता है। बफर जोन के कारण बनी थी दूरी

नागपुर विभाग में वन क्षेत्र अंतर्गत दक्षिण उमरेड़, उत्तर उमरेड़, नरखेड़, कोंढाली, काटोल, हिंगना, देवलापार, पारशिवनी, रामटेक, पवनी, कलमेश्वर, सेमिनरी हिल्स, बुटीबोरी, खापा वन क्षेत्र आते हैं। इन वन क्षेत्र अंतर्गत हिरण, चौसिंघा, नीलगाय, जंगली सुअर के अलावा तेंदुआ व बाघ भी कभी-कभार दिखाई दे जाता है। जानकारों की मानें तो वर्षों पहले वन्यजीव खेत तक नहीं पहुंच पाते थे। इसका मुख्य कारण जंगल व खेती के बीच में बफर जोन था। यानी ऐसी खाली जगह जहां न तो खेती होती थी, और न ही वन्यजीवों का बसेरा। जंगल व खेती के बीच में पड़ने वाली यह गैप काफी बड़ी होती थी। ऐसे में वन से निकलने वाले वन्यजीव खेत तक नहीं पहुंच पाते थे और खेती को नुकसान नहीं होता था। 

जंगलों के करीब पहुंची खेती
अब हर साल थोड़ा-थोड़ा कर बढ़ते जाने से खेती जंगलों से कुछ ही दूरी तक पहुंच गई है। रात को खाने की तलाश में यह वन्यजीव यहां आकर खेती में लगी उपज को खाने के उद्देश्य से नुकसान करते हैं। कई बार किसान व वन्यजीवों में संघर्ष की स्थिति भी पैदा हुई है। नियमानुसार वन्यजीवों द्वारा किसानों को नुकसान भरपाई देना पड़ता है। ऐसे में गत तीन सालों में उक्त राशि किसानों को केवल नुकसान भरपाई के लिए बांटी गई है। 

उपज खराब
2016-17 में नागपुर वन विभाग अंतर्गत 2 हजार 9 सौ 99 खेती में नुकसान देखने मिला है। इसके लिए वन विभाग ने किसानों को नुकसान भरपाई के लिए 2 करोड़ 89 लाख 55 हजार 6 सौ 8 रुपए दिए हैं। 
2017-18 की बात करें तो वन्यजीवों के नुकसान से 5 हजार 1 सौ 59 किसानों की उपज खराब हुई थी। वन विभाग ने इन्हें 4 करोड़ 67 लाख 66 हजार 5 सौ 92 रुपए अदा किए हैं।
2018-19 में यह आंकड़ा और भी बढ़ते दिखाई दिया है। कुल 6 हजार 1 सौ 54 खेत में वन्यजीवों ने नुकसान किया है। इसके लिए प्रभावितों को 4 करोड़ 89 लाख 60 हजार एक सौ रुपए वन विभाग की ओर से दिया गया।  


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Created On :   16 Jan 2020 11:08 AM IST

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