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सुपर मार्केट में बिकेगी वाइन, मलिक बोले - भाजपा में हैं सबसे ज्यादा पियक्कड़
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा की ओर से कड़े विरोध के बीच राज्य मंत्रिमंडल ने बुधवार को सुपर मार्केट और स्टोर में वाइन बेचने के फैसले पर अंतिम मुहर लगा दी है। इसके पहले मंत्रिमंडल ने बीते 27 फरवरी को सुपर मार्केट और स्टोर में वाइन बेचने की अनुमति देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। मंत्रालय में प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि मंत्रिमंडल ने वाइन बिक्री नीति के फैसले पर अंतिम मुहर लगा दी है। मलिक ने वाइन बेचने की अनुमति देने वाले राज्य सरकार के फैसले पर हमलावर हुई भाजपा के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। मलिक ने कहा कि भाजपा के नेता महाराष्ट्र को बेवड़ों को प्रदेश बता रहे हैं लेकिन भाजपा में ही सबसे अधिक शराब पीने वाले नेता हैं। राज्य में सबसे अधिक पियक्कड़ भाजपा में हैं। भाजपा के नेताओं के शराब उत्पादन के कारखाने हैं। भाजपा के नेताओं की शराब की दुकानें हैं। मलिक ने कहा कि भाजपा के कुछ केंद्रीय मंत्रियों और राज्य के पूर्व मंत्रियों के बार हैं। मलिक ने कहा कि यदि भाजपा इतनी ही शराब के सेवन के विरोध में है तो उनके पार्टी के नेताओं के शराब बेचने के सभी परमिट को सरकार को वापस कर देना चाहिए। भाजपा के नेताओं को शपथ लेना चाहिए कि वे शराब नहीं पिएंगे। मलिक ने कहा कि मध्यप्रदेश अब मद्यप्रदेश (शराब प्रदेश) बन गया है। वहां पर होम बार की अनुमति दी गई है। महाराष्ट्र के भाजपा के नेताओं को पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में जाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करनी चाहिए। उनसे मार्गदर्शन लेने के बाद महाराष्ट्र सरकार के फैसले की आलोचना करनी चाहिए। मलिक ने दावा किया कि महाराष्ट्र में सबसे कम शराब की दुकानें हैं। इसके पहले बुधवार दोपहर के समय राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि यदि सरकार वाइन बेचने की अनुमति देने का फैसले को वापस लेती है तो उस पर मेरा विरोध नहीं रहेगा। पवार ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि यह चिंताजनक मामला है। फिर भी विरोध को देखते हुए सरकार कोई फैसला लेती है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी। पवार के बयान के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राकांपा अध्यक्ष को भी समझ आ गया है कि गलत फैसला हुआ है। पवार समझ चुके हैं कि समाज के हर तबके की ओर से इस फैसले का विरोध हो रहा है। इससे सरकार की छवि खराब हो रही है। फडणवीस ने कहा कि यदि सरकार में समझदारी होगी तो वह यह फैसला वापस लेगी।
600 से अधिक प्रतिष्ठानों में बेची नहीं जा सकेगी वाइन- आव्हाड
प्रदेश के गृह निर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने दावा करते हुए कहा कि वाइन बेचने के फैसले पर हो रहे विरोध के बारे में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में खुले रूप में चर्चा नहीं हुई है। आव्हाड ने कहा कि सरकार ने सुपर मार्केट और स्टोर में वाइन बेचने की अनुमति देने का फैसला किया है लेकिन इसके नियम इतने सख्त हैं कि राज्य में 600 से अधिक प्रतिष्ठानों में वाइन बेचने की अनुमति नहीं मिल सकेगी। क्योंकि वाइन बेचने के लिए एक हजार वर्ग फुट की जगह की जरूरत पड़ेगी। आव्हाड ने कहा कि भाजपा शासित मध्यप्रदेश की सरकार ने खुदरा शराब बिक्री की नीलामी शुरू की है। मध्य प्रदेश सरकार ने देशी और विदेशी शराब की दुकानों को सुबह 8.30 बजे खोलने की अनुमति दी है। मध्यप्रदेश में देशी शराब को टेट्रा पैक में बेचने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा जिनकी आमदानी एक करोड़ रुपए की होगी उन्हें घर में बार शुरू करने की मंजूरी है। इससे यदि घर में पिता की बची हुई शराब को बच्चों ने छिपकर पी लिया तो उसके परिमाण क्या होंगे? उन्होंने कहा कि एक लाख आबादी पर मध्यप्रदेश में शराब की 5 दुकानें और कर्नाटक में 7 दुकानें हैं। आव्हाड ने दावा किया कि भाजपा के शासन वाले उत्तर प्रदेश और बिहार में शराब माफिया की लॉबी इतनी ताकतवर है कि एक ठेके की नीलामी पर कम से कम 10 लोगों की हत्या हो जाती हैं।
Created On :   2 Feb 2022 9:24 PM IST