30 करोड़ एडवांस लिए, दो साल में आधा काम भी नहीं -आम आदमियों के लिए मुसीबत बने निर्माण कार्य

With 30 million advances, not even half the work in two years - people Become trouble for construction
30 करोड़ एडवांस लिए, दो साल में आधा काम भी नहीं -आम आदमियों के लिए मुसीबत बने निर्माण कार्य
30 करोड़ एडवांस लिए, दो साल में आधा काम भी नहीं -आम आदमियों के लिए मुसीबत बने निर्माण कार्य

डिजिटल डेस्क  कटनी । शहर को स्मार्ट सिटी बनाने करोड़ों के प्रोजेक्ट शुरू हुए लेकिन धरातल पर एक भी नहीं उतर सका। आधे-अधूरे काम लोगों के लिए सिरदर्द बने हैं। अमृत योजना में ही सौ करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो रहे हैं। जिसमें पेयजल पाइप लाइन एवं सीवर लाइन के काम हो रहे हैं। इन कार्यों के पूर्ण होने की अवधि भले ही दो साल निर्धारित की गई थी। मॉनीटरिंग करने वाले नगर निगम के कर्ताधर्ताओं की धींगामस्ती से दोनों प्रोजेक्ट पूरे होते नहीं दिख रहे हैं। अब तो नगरनिगम के अधिकारी भी मानने लगे हैं कि सीवर लाइन, पाइप लाइन सहित अन्य बड़े प्रोजेक्ट कहीं सिरदर्द न बन जाएं। क्योंकि शहरवासियों के लिए मुसीबत बने ही हैं।   एनजीटी द्वारा पैनाल्टी ठोंकने के नोटिस के बाद अब किसी तरह सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम शुरू हो पाया है। सीवर लाइन का कार्य करने वाली ठेका एजेंसी के.के.स्पन इंडिया प्रा.लि. की र्यप्रणाली से अधिकारी खुद भी परेशान हैं। दो साल में महज 229 किलोमीटर में से 90 किलोमीटर लाइन ही बिछाई जा सकी है। 96 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से सीवर लाइन का काम 2018 में शुरू हुआ था और मार्च 2020 में पूरा होना था। 30 माह बाद भी आधे हिस्से में भी सीवर लाइन नहीं बिछ पाई है। खास बात यह है कि सीवर लाइन का काम करने वाली एजेंसी को 30 करोड़ रुपये से एडवासं भुगतान भी हो चुका है।
25 करोड़ की पेयजल योजना, फिर पानी के लाले
अमृत योजना में शामिल 25 करोड़ की पेयजल योजना में पाइप विस्तार, ओवर हैड टैंक निर्माण, वाटर मीटर, नए नल कनेक्शन आदि कार्य होना थे। इनमें से पाइप लाइन डालने का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। ओवर हैड टैंक भी बना दिए लेकिन घरों में कनेक्शन का कार्य अधूरा ही रह गया। भारी भरकम राशि खर्च होने के बाद भी जनवरी से जुलाई तक सात माह शहर के लोगों को एक टाइम ही पानी सप्लाई होती है। गर्मियों में खदानों का पानी पिलाया जाता है।
इनका कहना है
सीवर लाइन के कार्य में वास्तव में लेट लतीफी हुई है। तीनों एसटीपी का निर्माण शुरू हो चुका है। पिछले दिनों ही के.के.स्पन कंपनी स्थानीय प्रतिनिधियों को बुलाकर अब तक हुए कार्य की समीक्षा की थी। पेयजल योजना की भी सतत मॉनीटरिंग की जा रहा है।
-सत्येन्द्र धाकरे,    निगमायुक्त
 

Created On :   10 Dec 2020 6:28 PM IST

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