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फर्जी बिलों की मदद से कृषि उत्पन्न बाजार समिति को लाखों का चूना
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कृषि उत्पन्न बाजार समिति को लाखों रुपए से चूना लगाए जाने का मामला उजागर हुआ है। घटित प्रकरण को फर्जी बिलों की मदद से तीन व्यापारियों ने अंजाम दिया। मंगलवार की रात कलमना थाने में आरोपी व्यापारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी। आरोपी व्यापारियों में देवांश उर्फ राजा भरत गुप्ता (20) चिखली, सचिन राजकुमार तांडेकर (34) दुर्गा सोसायटी अौर सतीश दिवाकर चौधरी (31) रामागांव निवासी हैं। आरोपियों ने कृषि उत्पन्न बाजार समिति नागपुर के नाम से फर्जी बिल बुक छपवाए। जब भी वह कलमना मार्केट में किसी भी माल को लाने ले जाने का काम करते थे, तब मार्केट के प्रवेश द्वार पर खड़े सुरक्षा रक्षक को फर्जी बिल थमा देते थे। इससे आरोपियों के लाखों रुपए टन के माल का शुल्क बच जाता था। ऐसा कई बार हुआ। 2 जून 2021 को आरोपी मिर्ची के 287 बोरों का आवागमन करते वक्त तैनात सुरक्षा रक्षक को फिर फर्जी बिल थमाया। उस बिल को देखने के बाद सुरक्षा रक्षक को संदेह हुआ। उसने तत्काल बाजार समिति के सचिव राजेश मधुकर भुसारी (54) बजाज नगर निवासी को बिल दिखाया। बिल फर्जी था। इससे आरोपियों ने समिति को करीब 8 लाख रुपए से चूना लगाया।
और भी लोगों की लिप्तता का संदेह
कलमना पुलिस के पास मामला पहुंचा, तो पुलिस ने जांच की। पड़ताल के दौरान भी बाजार समिति के साथ धोखाधड़ी कर आर्थिक नुकसान करने का खुलासा हुआ। आला पुुलिस अधिकारियों के आदेश पर तीनों आरोपियांे के खिलाफ मंगलवार की रात उपनिरीक्षक दहिफले ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज िकया। दहिफले के अनुसार प्रकरण में और भी लोगों की लिप्तता हाेने का संदेह है। आरोपियों की गिरफ्तारी होना बाकी है। जांच जारी है।
Created On :   18 Nov 2021 5:25 PM IST