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टीकमगढ़ की महिलाओं ने भोपाल में बंधक महिला और बच्चों को मुक्त कराया
डिजिटल डेस्क, टीकमगढ । महुआ के लड्डू बनाने का हुनर सिखाने भोपाल पहुंची महिलाओं ने एक होटल में बंधक महिला समेत पांच बच्चों को पुलिस के सुपुर्द कराया है। मामला मानव तस्करी से जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस और चाइल्ड लाइन टीम ने जहां महिला और बच्चों के बयान लिए हैं, वहीं बच्चों को तस्करी से बचाने वाली टीकमगढ़ की तीन महिलाओं को सम्मानित भी किया गया है।जिले की महिलाओं ने प्रदेश की राजधानी भोपाल में यह कारनामा कर दिखाया है, जो वहां की पुलिस और समाजसेवी अब तक नहीं कर सके। उन्होंने एक महिला और उसके पांच बच्चों की दर्दभरी दास्तां सुनकर चाइल्ड हेल्पलाइन और थाना पुलिस से संपर्क किया। स्थानीय समाजसेवी संस्थाओं की मदद से उनके बयान दर्ज कराए। पुलिस ने बच्चों को बाल कल्याण केंद्र भेज दिया है। वहीं महिला को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
दरअसल मप्र महिला वित्त एवं विकास निगम की ओर से 14 से 16 मई तक भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय संवेदनशील कृषि एवं पोषण कार्यशाला का आयोजन किया गया था। जिसमें जिले के तेजस्विनी ग्रामीण महिला सशक्तिकरण समूह की तीन महिलाएं शामिल होने गई थीं। इनमें थोना गांव की मन्नू सेन, चंदेरा की द्रोपती चौरसिया और बम्हौरी कलां की प्रियंका सेंगर शामिल रहीं। तेजस्विनी परियोजना के DPM सुशील वर्मा ने बताया कि 13 मई को हम लोग भोपाल पहुंचकर होशंगाबाद रोड स्थित स्वयंबर बिला होटल में ठहर गए, वहां एक महिला अपने चार बच्चों के साथ मिली थी।
सुशील वर्मा ने बताया कि महिला ने अपना नाम रानी लोधी निवासी खंडवा बताया। उसने तेजस्विनी समूह की महिलाओं को बताया कि होटल संचालक ने उसे और चार बच्चों को बंधक बनाकर रखा है, वह उन्हें कहीं आने-जाने नहीं देता। पीड़ित महिला की दास्तां सुनकर मन्नू सेन, द्रोपती चौरसिया और प्रियंका सेंगर ने मिसरौद थाना पुलिस और चाइल्ड लाइन टीम को फोन लगाया। जानकारी लगते ही पुलिस होटल पहुंच गई। महिला और बच्चों को थाने ले जाकर बयान दर्ज किए गए। मिसरौद थाना पुलिस ने बताया कि तीन बच्चे छोटे-छोटे हैं। जबकि एक लड़का 15 साल और एक लड़की 14 साल की है। अंतर्राष्ट्रीय संवेदनशील कृषि एवं पोषण कार्यशाला के दौरान जब महिला वित्त एवं विकास निगम के अधिकारियों को टीकमगढ़ से पहुंची महिलाओं के हौसले के बारे में पता चला तो उन्होंने जमकर तारीफ की।
DPM सुशील वर्मा ने बताया कि तीनों महिलाएं शौर्या दल की सदस्य भी हैं। अंतिम दिन कार्यशाला में दिल्ली से विभाग की MD सोनाली बायंगड़कर और मीरा मिश्रा पहुंची। उन्होंने मन्नू सेन, द्रोपती चौरसिया और प्रियंका सेंगर को सम्मानित किया। प्रदेश के अन्य जिलों से पहुंची महिलाओं ने भी तीनों महिलाओं की जमकर सराहना की। श्री वर्मा ने बताया कि मिसरौद थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
यौन शोषण का लग रहा मामला
महिला और बच्चों के बयान दर्ज करने के बाद पुलिस पीड़ित और उसकी 14 साल की बेटी का मेडीकल परीक्षण भी करा रही है। पुलिस को संदेह है कि यह मामलाबंधक बनाकर रखने के साथ यौन शोषण से जुड़ा भी हो सकता है। पुलिस और चाइल्ड लाइन टीम के साथ पहुंची अर्चना सहाय, रेखा श्रीधर ने महिला और बच्चों से एक-एककर बात की। महिला की चार बेटियां और 1 बेटा है। जिसमें 3 बेटियां छोटी-छोटी हैं। उन्हें बाल कल्याण गृह पहुंचाया जा रहा है। साथ ही महिला के परिजनों का पता लगाकर उसे घर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। होटल संचालक शैलेंद्र सिंह चौहान से भी पूछताछ की जा रही है।
Created On :   17 May 2018 2:17 PM IST