महिलाओं ने किया मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह का घेराव, जानिए क्या है कारण ?

Women surrounded Chief Secretary Basant Pratap Singh
महिलाओं ने किया मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह का घेराव, जानिए क्या है कारण ?
महिलाओं ने किया मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह का घेराव, जानिए क्या है कारण ?

डिजिटल डेस्क  शहडोल। नगरपालिका के पुराना वार्ड नंबर 22 निवासी महिलाओं ने मुख्य सचिव बसंतप्रताप सिंह का वाहन उस समय घेर लिया जब वह सर्किट हाउस से हेलीपेड के लिए रवाना हो रहे थे। महिलाओं का कहना था कि वार्ड नंबर 22 नरसरहा डिपो में शासकीय जमीन उनके परिवार कई वर्षों से मकान बनाकर निवास कर रहे हैं। नगरपालिका ने मकान हटाने का नोटिस दिया है और ऐसी स्थिति में उनके परिवार बेघर हो जाएंगे। सपा नेता राकेश सिंह बघेल के नेतृत्व में नपा के नोटिस से प्रभावितों ने मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मप्र आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग तथा निम्न आय वर्ग को आवास गारंटी अधिनियम का हवाला देते हुए प्रभावितों को 45 वर्ग मीटर आवासीय पट्टा देने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रभावित परिवार नगरपालिका को टैक्स का भुगतान करते हैं और उनके घरों में बिजली कनेक्शन भी लगा है। इनका पक्ष सुने बगैर ही खसरा नंबर-28 के रकबा 2.282 हेक्टेयर के भू भाग को कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नगरपालिका को आवंटित कर दिया।
शहरी जमीन के विक्रय पर अनुमति की अनिवार्यता समाप्त की जाए-
राजस्व अभिभाषक संघ सोहागपुर तहसीन ने मुख्य सचिव को पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। संघ के अध्यक्ष श्रीनिवास शर्मा के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में शहरी क्षेत्र एवं विशिष्ट ग्रामों की भूमि के क्रय-विक्रय के लिए कलेक्टर की अनुमति की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग की गई। अधिवक्ताओं का कहना था कि क्रय-विक्रय की अनुमति के लिए पटवारी से प्रतिवेदन मांगा जाता है और पटवारी छह माह में भी प्रतिवेदन नहीं देते हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि शहडोल शहर की आधी आबादी नजूल भूमि पर बसी है। नजूल भूमि का निराकरण करने व कब्जाधारियों को वैधानिक अधिकार देने की मांग की गई। सोहागपुर तहसील कार्यालय में स्वच्छ पेयजल, पार्किंग की व्यवस्था करने, राजस्व विभाग में कर्मचारियों की भर्ती करने की भी मांग की गई।
भ्रष्ट पटवारियों को करें निलंबित-
गौर तलब है कि बैठक में प्रमुख सचिव मुख्य सचिव बसंतप्रताप सिंह यहो अधिकारियों की बैठक लेने आए थे इस बैठक में उन्होंने राजस्व अरूण पाण्डेय ने निर्देश दिये कि कोटवारों की संख्या का ग्रामवार पुनर्निर्धारण कर रिक्त पदों की पूर्ति की जाये। उन्होने कहा कि मोबाईल गिरदावरी का प्रतिशत शहडोल संभाग में अभी भी कम है इसे और बढ़ाया जाये। प्रमुख सचिव राजस्व ने कहा कि भ्रष्ट और अकर्मण्य पटवारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये तथा ऐसे पटवारियों को चिन्हित कर उन्हे निलंबित करने अथवा उनकी सेवा समाप्त करने की कार्यवाही की जाये। बैठक में कमिश्नर शहडोल संभाग बी.एम.शर्मा ने शहडोल संभाग में विगत दो महीनों में राजस्व प्रकरणों के निराकरण की रिपोर्ट प्रस्तुत की।

 

Created On :   13 Oct 2017 12:47 PM IST

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