राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष का इंतजार करती रह गईं महिला कल्याण मंत्री यशोमती

Women Welfare Minister Yashomati continues to waited for National Womens Commission President
राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष का इंतजार करती रह गईं महिला कल्याण मंत्री यशोमती
राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष का इंतजार करती रह गईं महिला कल्याण मंत्री यशोमती

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में महिला सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा और प्रदेश की महिला व बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर आमने-सामने आ गई हैं। मंगलवार को शर्मा ने राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर महाविकास आघाड़ी सरकार को निशाने पर लिया। जिस पर मंत्री ठाकुर ने पलटवार किया। शर्मा ने ठाकुर से मिलने के लिए समय मांगा था। लेकिन शर्मा राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से राजभवन में मुलाकात के बाद दिल्ली लौट गई। इस पर मंत्री ठाकुर ने कटाक्ष करते हुए कहा कि महिला सुरक्षा के बारे में शर्मा का केवल राजनीतिक एजेंडा नजर आ रहा है। उनसे मेरी चर्चा ही नहीं हुई है तो हम क्या बोले? ठाकुर ने कहा कि मैंने शर्मा को मुलाकात के लिए मंगलवार की सुबह 11 बजे का समय दिया था। उन्होंने कहा था कि राज्यपाल से मिलने के बाद मैं मिलने आऊंगी लेकिन मैं इंतजार करती रह गई। वह मुझसे मुलाकात के लिए नहीं आई। 

राज्य महिला आयोग गठित न होने पर उठाए सवाल

दूसरी ओर राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में पत्रकारों से बातचीत में शर्मा ने कहा कि प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद राज्य महिला आयोग का गठन नहीं हुआ है। राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष पद रिक्त होने के कारण महिलाओं की शिकायतों से संबंधित चार हजार प्रकरण सुनवाई के लिए प्रलंबित हैं। इसलिए हमने राज्यपाल से कहा है कि जब तक राज्य महिला आयोग का गठन नहीं होगा तब तक राष्ट्रीय महिला आयोग की एक सदस्य हर महीने सुनवाई के लिए मुंबई आएंगी। जहां पर महिलाएं अपनी शिकायतें कर सकेंगी। शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी के उपचार के लिए बनाए गए कोविड सेंटर में महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाओं को टालने के लिए सरकार को उपाय योजना करना चाहिए। इसके लिए मानक संचालन प्रणाली (एसओपी) बनाने के अलावा अन्य उपाय योजनाओं का भी सख्ती से पालना करना जरूरी है। शर्मा ने कहा कि कोविड सेंटर में बलात्कार, छेड़छाड़ जैसी घटनाओं के 11 प्रकरण राष्ट्रीय महिला आयोग के संज्ञान में लाया गया था। इस पर राज्य के मुख्य सचिव संजय कुमार, मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह समेत अन्य वरिष्ठ अफसरों से जानकारी ली गई है। शर्मा ने कहा कि महिला अत्याचार मामले में पीड़िता को मदद, परामर्श आदि सहायता करने के लिए कार्यरत वन स्टॉप सेंटर्स अच्छे तरीके से काम कर रहा है। राज्य के बाकी के 19 जिलों में भी वन स्टॉप सेंटर्स को कार्यरत करना जरूरी है। 


मंत्री से मिलने का नहीं मिला समयः रेखा शर्मा

वहीं शर्मा ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि मुझसे कुछ महिलाएं अपनी शिकायतों को लेकर मिलने के लिए आ गई थीं। उनसे मिलना जरूरी थी। इसलिए मुझे महिला व बाल कल्मंयाण मंत्री यशोमती ठाकुर से मिलने का समय नहीं मिल सका। 

Created On :   20 Oct 2020 6:46 PM IST

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