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महिलाएं बताएंगी कितने स्वच्छ हैं हमारे जलस्रोत
डिजिटल डेस्क, अमरावती। ग्राम विकास विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था करने के बाद अब पंचायत क्षेत्र अंतर्गत महिलाओं को अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी दी जा रही हैं। अमरावती जिले की सभी 840 ग्राम पंचायतों में मौजूद 7 हजार 871 जलस्त्रोतों में मौजूद पानी के नमूनों की जांच, फिल टेस्ट किट द्वारा की जाएगी। इसके लिए महिलाओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिप की ओर से जैविक प्रणाली से पानी के नमूने जांचने के लिए एच2एस वायल खरीदे जा रहे है। इस किट में मौजूद छोटी कांच की बोतल में अलग-अलग जलस्त्रोतों के नमूने एकत्रित किए जाएंगे।
जल नमूने एकत्रित करने के बाद इन बोतलों के 48 घंटों के लिए सूरज किरणों से दूर अंधेरे में छुपाकर रखा जाएगा। अवधि खत्म होने के बाद बोतल में मौजूद पानी का रंग पीला पड़ने पर उसे दूषित माना जाएगाा। किंतु अगर पानी के रंग में कोई बदलाव नहीं होता है तो उस पानी को पीने के योग्य करार दिया जाएगा। इसी तरह अगर पानी का रंग काला पड़ता है तो यह स्वास्थ्य के लिए खतरे के तौर पर चिन्हित किया जाएगा। प्रत्येक जलस्त्रोत के जल नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला को िदए जाएंगे। दूषित जलस्त्रोतों के नमूने स्वास्थ्य सेवकों के माध्यम से तहसील स्वास्थ्य अधिकारी के पास भेजने हैं। जलस्त्रोतों से जल नमूने एकत्रित कर उनकी जांच करने की जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपी जा रही है।
इसके लिए जिला परिषद की ओर से प्रत्येक ग्राम पंचायत में 5 महिलाओं को प्रशिक्षत किया जा चुका है। जल नमूनोंं की जांच का पंजीयन केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित की गई वेबसाईट पर कराया जाएगा। प्रत्येक महिलाकर्मी को स्वतंत्र लाॅग इन आईडी उपलब्ध कराए जाएंगे। जलस्त्रोतों के आसपास अस्वच्छता दिखाई देने पर नियुक्त की गई महिलाएं सीधे तौर पर प्रशासन को शिकायत दे सकेंगी।
यह जानकारियां की जाएगी एकत्रित जिप की ओर से प्रत्येक ग्राम पंचायत में मौजूद जलस्त्रोतों के पानी में घातक तत्व किटाणुओं की मौजूदगी तथा बीमारी फैलाने वाले रसायनों की उपस्थिति का पता लगाने हेतु जांच की जाएगी। जिले में सामान्य तौर पर तीन महीनों के भितर इस तरह की जांच की जाती है।
जिप पंचायत विभाग की रहेगी निगरानी : जिले में 840 ग्राम पंचायतें है। इन सभी ग्राम पंचायतों में जिप के जल व स्वच्छता विभाग की ओर से 7 हजार 871 जलस्त्रोतों का जैविक फील्ड टेस्ट कराया जाएगा। इसके लिए जिप की ओर से जांच किट उपलब्ध कराई जाएगी। पंचायतों में होने वाले इस कार्य पर निगरानी करने का जिम्मा जिप पंचायत विभाग को सौंपा गया है। जिले के प्रत्येक क्षेत्र में मौजूद जलस्त्रोतों के नमूनों की जांच के लिए नमूने उपलब्ध किए जाएंगे। किट के उपयोग को लेकर नियुक्त महिला कर्मियों को निरंतर प्रशिक्षित किया जा रहा है।
प्रत्येक ग्राम पंचायत से 5 महिलाओं को किया जाएगा प्रशिक्षित : अमरावती जिले में पहली बार जलस्त्रोतों के नमूनों की जांच के लिए किया जाने वाला सर्वेक्षण पूरी तरह महिला कर्मचारियों पर आधारित रखा जा रहा है। इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत की 5 महिलाओं को चयनित कर उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है।
Created On :   6 Feb 2022 6:48 PM IST