सागर: दीपावली पूजन सामग्री किट तैयार की महिला समूहों ने

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सागर: दीपावली पूजन सामग्री किट तैयार की महिला समूहों ने

डिजिटल डेस्क, सागर। सागर लॉकडाउन की परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करने वाली महिला समूहों ने अपनी आमदनी को जुटाने के लिए गोबर से भी नये विकल्प तलाश और तराश लिये है किसी ने गोबर के इतने बेहतर उपयोग सामग्री के बनाने के बारे में सोचा भी न होगा जो इन ग्रामीण महिलाओं ने कर दिखाया है। हाथ की कलाकारी से बने दीपावली के पूजन के थाल अबकी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए तैयार हैं। वहीं दूसरी ओर गोबर से बने हुए सुंदर कलाकृत गणेश जी, शुभ-लाभ, श्री, शंख और दीपक आदि भी इनके हाथों ने अब गढ़ ली है। हम बाजार से फैक्टरी मेड या आयातित सामग्री को खरीदकर अपने देश के पैसे को अंजाने ही विदेशों में भेज देते हैं। लेकिन अबकी आप लोगों की बारी है कि आप दीपावली की सामग्री खरीदकर इन जरूरत मंदों की मदद करने में आगे आयें। स्वावलंबी मध्य प्रदेश, स्वावलंबी भारत, आत्म निर्भर ग्रामीण अर्थ व्यवस्था के सपने को साकार करने में अब जिले के उपभोक्ताओं को आगे आने की आवश्यकता है। इस किट में पूजन के योग्य महत्वपूर्ण सामग्री की सभी आवश्यक वस्तुयें उपलब्ध हैं। जिनहें आप वाजिब दामों में खरीदेंगे। गाय के गोबर से शुद्धता के साथ बनाये गये ये सभी सामान पूजनोपयोगी हैं। ग्राम चितौरा की गीतांजलि स्व. सहायता समूह की महिलायें विकासखण्ड सागर के गुरूमति स्व. सहायता समूह से जुड़ी ग्राम भैसा की महिलाओं ने पूजन थाल, विकासखण्ड देवरी के ग्राम झुनकू, सिलारी और क्षीर की जय मां बीजासेन, ओम, सखी सहेली समूह की महिलाओं ने पूजन थाल बनाकर इस किट में शामिल किया है। ज्ञातव्य है कि समूह से जुड़ी इन ग्रामीण महिलाओं ने अब धीरे धीरे बाजार में अपनी धाक जमाना शुरू कर दिया है। विकासखण्ड केसली की महिलाओं ने देवश्री के नाम से मिल्क पैक तैयार कर सागर नगर के बाजार में लोगों को शुद्ध जंगली वनस्पतियों, प्राकृतिक आहार ग्रहण करने वाली गाय भैसेां का प्रोटीन युक्त दूध लोगों तक पहुंचाना शुरू कर दिया है। वहीं दूसरी ओर जिले के 3 लाख 90 हजार स्कूली छात्र छात्राओं को 175 नोडल स्व. सहायता समूह स्कूल डेªस सिलकर देने की तैयारी में हैं। इनका कहना है जिले में बेसहारा गायों के लिए निर्मित गो-शालाओं के संचालन का दायित्व महिला स्व. सहायता समूहों को सौंपा गया है। जहां ये महिलायें न केवल गौ-सेवा करंेगी बल्कि गोबर और गोमूत्र आधारित सभी उत्पादों को बनाकर इन इकाईयों को आत्म निर्भर बनाने की दिशा में अपने कदम बढ़ा रहीं हैं। श्री दीपक सिंह, कलेक्टर सागर महिला समूहों को आगे लाने के लिए जिला पंचायत के द्वारा हर संभव प्रयास जारी है इसी कड़ी में इन ग्रामीण महिलाओं का क्षमता वर्धन कर उन्हें स्थानीय संसाधनों के उपयोग से उत्तम सामग्री निर्मित करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।

Created On :   5 Nov 2020 4:17 PM IST

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