नेत्र रोग विभाग में मनाया जा रहा है विश्व कांच बिंदु (ग्लूकाेमा) सप्ताह
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग में विश्व कांच बिंदु (ग्लूकाेमा) सप्ताह के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। 12 से 18 मार्च तक चलने वाले सप्ताह के दौरान मरीजों को इस रोग के प्रति अवेयर किया जा रहा है। नेत्र रोग विभाग के आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ. परवेज अहमद सिद्दकी ने बताया कि पूरे विश्व में करीब 1 करोड़ 20 लाख लोग कांच बिंदु की समस्या से पीड़ित हैं। कॉलेज के नेत्र रोग विभाग में प्रतिदिन की ओपीडी में 100 में से 3-4 मरीज ग्लूकोमा पीड़ित मिल रहे हैं। यह एक तंत्रकीय रोग है, जिसमें नेत्र के आंतरिक दबाव की अकल्पनीय वृद्धि हो जाती है एवं आँख की नस धीरे-धीरे सूखने लगती है।
मरीज को असामयिक नेत्र ज्योति की गंभीर क्षति होती है। इस रोग के मुख्य लक्षणों में बल्ब के चारों तरफ इंद्र धनुषीय प्रकाश दिखना, नेत्रों का लाल हो जाना, सिर में दर्द होना एवं निकट दृष्टि का समय पूर्व तीव्र गति से क्षय होना, निकट देखने के चश्मे का नंबर शीघ्र बदल जाना शामिल हैं। विभाग के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नवनीत सक्सेना ने बताया कि यह रोग मुख्यत: 40 वर्ष की उम्र के बाद देखने मिलता है, पर यह किसी भी उम्र में हो सकता है। इस वर्ष विश्व कांच बिंदु सप्ताह की थीम "संसार बहुत सुंदर है एवं नेत्र ज्योति की क्षति को हर परिस्थिति में बचाइए' रखी गई है। पीड़ित मरीजों को नियमित उपचार की जरूरत होती है, ताकि नेत्र ज्योति को बचाया जा सके। दैनिक जीवन में मोबाइल, कम्प्यूटर, टीवी आदि का अत्यधिक उपयोग नहीं करना चाहिए, साथ ही पौष्टिक आहार लेना भी आवश्यक है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में न्यूरोसर्जरी विभाग के अंतर्गत पाँच दिवसीय न्यूरोइंडोस्कोपी फेलोशिप प्रोग्राम के दूसरे दिन सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में 4 जटिल ऑपरेशन किए गए। सभी ऑपरेशन नि:शुल्क और दूरबीन पद्धति से हुए। इसमें प्रमुख रूप से एक साइटिका से पीड़ित एक 60 वर्षीय बुजुर्ग का चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर राहत प्रदान की। इसके अलावा गर्दन की डिस्क में समस्या के चलते भर्ती हुए 30 वर्षीय युवक का ऑपरेशन हुआ। गर्दन की हड्डी खिसकने से पीड़ित 35 वर्षीय युवक के अलावा नाक से पानी रिसने की समस्या से पीड़ित 18 वर्षीय युवक की सर्जरी भी गुरुवार को हुई। अध्यक्षता कर रहे सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. वायआर यादव के साथ डॉ. शैलेंद्र रात्रे, डॉ. विजय परिहार, डॉ. केतन हेडाउ, डॉ. एमएन स्वामी, डॉ. जतिन बजाज ने ऑपरेशन किए। सभी ऑपरेशन्स का लाइव प्रसारण स्कूल ऑफ एक्सीलेंसी इन न्यूरो सर्जरी में किया जा रहा है। बता दें कि कॉन्फ्रेंस में इटली, कंबोडिया, नेपाल और बांग्लादेश जैसे देशों से भी विशेषज्ञ शामिल हुए हैं।
Created On :   17 March 2023 2:19 PM IST