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महिला ज्योतिष के चक्कर में बर्बाद हुए युवकों को मिली अदालत की मदद, पुलिस ने किया था गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महिला ज्योतिष के चक्कर में धूम्रपान की लत व मादक पदार्थों के सेवन के आदी हुए दो उच्च शिक्षित युवाओं की सहायता के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट ने मदद के हाथ बढ़ाए हैं। इसमें से एक युवक चार्टर्ड अकाउंटेंट है, जबकि दूसरा युवक पेशे से केमिकल इंजीनियर है। हाईकोर्ट ने कहा कि राह से भटके इन दोनों युवाओं के भविष्य व कैरियर को बचाने के लिए हम हर सम्भव सहायता करेंगे।दोनों युवकों के अभिभावकों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में अभिभावकों ने कहा है कि एक महिला खुद को ज्योतिष बताकर उनसे मिली थी। उसने कहा कि वह योग सिखाती है और आध्यात्मिक ज्ञान भी देती है। महिला ने कहा कि वह उनके बच्चों की पढ़ाई और अच्छी कर सकती है। याचिका के मुताबिक इस तरह से दोनों युवक ज्योतिष महिला के संपर्क में आ गए। याचिका के मुताबिक महिला ने उनसे और उनके रिश्तेदारों से काफी पैसे भी लिए। लेकिन कुछ समय बाद पता चला कि उनके बच्चों को धूम्रपान की लत लग चुकी है।
याचिका के अनुसार वे गाजे का सेवन कर रहे हैं। महिला ज्योतिष ने काले जादू व सम्मोहन से हमारे बच्चों को अपने वश में कर लिया है। बच्चे अपने घर आने को तैयार नहीं हैं। इससे परेशान होकर अभिभावकों ने ठाणे के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त को इसकी जानकारी दी। इसके बाद ठाणे पुलिस की अपराध शाखा ने महिला के घर पर छापा मार कर महिला व हमारे बच्चों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता व एनडीपीएस कानून के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल हमारे (याचिकाकर्ता) बच्चे न्यायिक हिरासत में हैं। क्योंकि मैजिस्ट्रेट कोर्ट ने जमानत देने से मना कर दिया है।
याचिका में युवकों के पिता ने आग्रह किया है कि वे अपने बच्चों में सुधार लाने के लिए उन्हें पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराना चाहते हैं। इसलिए उन्हें अंशकालिक जमानत दी जाए। अवकाशकालीन न्यायमूर्ति एस जे काथावाल व न्यायमूर्ति एसपी तावड़े की खंडपीठ के सामने याचिका पर सुनवाई हुई। याचिका पर गौर करने के बाद खंडपीठ ने कहा कि हम युवाओं का भविष्य व कैरियर बचाने के लिए हर सम्भव प्रयास करेंगे। इसके तहत खंडपीठ ने कहा कि वे हाईकोर्ट के एकल न्यायमूर्ति के सामने युवाओं के जमानत के लिए आवेदन दायर करें।
खंडपीठ ने अपने आदेश में एकल न्यायमूर्ति से आग्रह किया है कि वे जमानत आवेदन पर शीघ्रता से सुनवाई करें। आम तौर पर यह देखने को नहीं मिलता की खंडपीठ, एकल न्यायमूर्ति से किसी जमानत आवेदन पर शीघ्रता से सुनवाई के लिए आग्रह करें। इस तरह से खंडपीठ ने दोनो उच्च शिक्षित युवाओं का भविष्य व कैरियर बचाने मदद का हाथ बढ़ाया है। खंडपीठ ने याचिका पर 7 जून 2021 को सुनवाई रखी है।
Created On :   24 May 2021 7:49 PM IST