- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- पन्ना
- /
- सीएम के दौरे के बाद प्रशासनिक...
सीएम के दौरे के बाद प्रशासनिक हडक़ंप, उपार्जन कार्य में लापरवाही पर जिला विपणन अधिकारी हुए निलंबित
डिजिटल डेस्क, पन्ना। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विगत दिनांक २२ मई को पन्ना पहँुचकर जिले के पवई स्थित बनौली कुआंताल में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक सम्मेलन तथा जिला मुख्यालय पन्ना अंतर्गत कृषि महाविद्यालय भवन एवं रेलवे स्टेशन के भूमि पूजन कार्यक्रम तथा पन्ना नगर के नजरबाग स्टेडियम में महाराजा छत्रसाल जयंती के अवसर पर आयोजित पन्ना नगर गौरव उत्सव के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहँुचे। मुख्यमंत्री के पन्ना आने पर जन समस्यायें तथा गंभीर शिकायतें सामने आईं बनौली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान किसानों की मुख्यमंत्री तक शिकायत पहँुची जिसमें खरीफ उपार्जन के अंतर्गत चने की राशि का भुगतान किसानों को नहीं होने की शिकायत प्रमुखता के साथ सामने आई।
इसके बाद अगले दिन दिनांक २३ मई को भोपाल में आयोजित व्हीसी में मुख्यमंत्री द्वारा पन्ना जिले में उपार्जन में लापरवाही की मिली शिकायत पर नाराजगी जताई इसके पर प्रदेश के प्रमुख सचिव द्वारा व्हीसी में ही कलेक्टर पन्ना से जबाव तलब किया गया। जिसके बाद यह जानकारी निकलकर सामने आई है कि जिले में चना, मसूर, सरसों के उपार्जन कार्य में कुल १३२ करोड़ ५३ लाख रूपए की भुगतान राशि ४१ लाख ८४ हजार रूपए के का भुगतान हुआ है और किसानों के खातों में राशि का भुगतान मात्र २५ करोड़ ८९ लाख का ही भुगतान हो सका है। चना, मसूर, सरसों के उपार्जन कार्य के अंतर्गत परिवहन, डब्लू एचआर आदि कार्याे में जिले की प्रगति काफी कमजोर निकलकर आई।
मुख्य सचिव द्वारा इस पर जिला प्रशासन के प्रति नाराजगी जाहिर की गई। वहीं इस पूरे मामले को लेकर चना, मसूर, सरसों के उपार्जन कार्य से जुडे अधिकारियों और कर्मचारियों में हडक़ंप की स्थिति मच गई। आनन-फानन में प्रबंधक संचालक विपणन द्वारा पन्ना जिले में पदस्थ जिला विपणन अधिकारी सतेन्द्र सिंह को निलंबित करते हुए ग्वालियर अटेच ले जाने के आदेश जारी किए गए तथा तत्काल प्रभाव से दमोह जिले में पदस्थ जिला विपणन अधिकारी को इंद्रपाल सिंह राजपूत को दमोह जिले के साथ ही पन्ना जिले का अतिरिक्त प्रभार देते हुए विपणन अधिकारी का प्रभार दिये जाने संबधी आदेश जारी करते हुए उन्हें तत्काल उपस्थिति देते हुए कार्यभार संभालने के निर्देश दिए गए हैं।
जिसके बाद श्री राजपूत ने पन्ना को पहँुचकर २३ मई को ही प्रभार संभाल लिया और उपार्जन कार्य से जुडे तमाम अधिकारी कर्मचारी किसानों को जल्द से जल्द से भुगतान हो इसके लिए समितियों में उपार्जित चने के परिवहन कार्य में तेजी लाते हुए किसानो के भुगतान को लेकर कार्यवाही में जुट गए है।
जिले में अब तक २८१८५ टन चना, मसूर,सरसो की खरीदी
जिले में चना मसूर, सरसों का उपार्जन का कार्य दिनांक २५ अप्रैल से प्रारंभ हुआ था ३१ मई तक खरीदी का कार्य चलेगा जानकारी के अनुसार अब तक जिले में कुल १० हजार २९६ किसानो से कुल २८१८५ टन चना, मसूर, सरसों की खरीदी की जा चुकी है जिसमें २३१३५.५५ टन चना, ३१३३.९० टन सरसो तथा १९१६.४५ टन मसूर की खरीदी हुई है। कुल की गई खरीदी के विरूद्ध किसानों की भुगतान की राशि १५२ करोड़ ०१ लाख रूपए भुगतान किया जाना है जिसके विरूद्ध दिनांक २३ मई की स्थिति में ६० करोड़ ५४ लाख रूपए भुगतान के ईपीओ जारी हुए है तथा समितियो को भुगतान के लिए ५० करोड़ ०६ लाख प्रदाय की गई राशि में से किसानो के खाते में ३६ करोड़ २४ लाख की राशि का भुगतान किया जा चुका है। जिले में चना, मसूर, सरसों की हुई कुल खरीदी मात्रा १०२९६ मैट्रिक टन, के विरूद्ध २०४३८ मैट्रिक टन का परिवहन हुआ है तथा परिवहन हेतु ७६९७ मैट्रिक टन परिवहन का कार्य शेष है। परिवहन के विरूद्ध कुल १५९९९.६२ मैट्रिक टन की स्वीकृति हुई है और १४०२१ मैट्रिक टन का डब्लूएचआर जारी हुआ है। दो दिन पूर्व दिनांक २२ मई की स्थिति यह थी कि मात्र ९८५१.७० मैट्रिक टन के डब्लूएचआर स्वीकृत हुए थे डब्लूएचआर स्वीकृत होने के बाद ही किसान को भुगतान की कार्यवाही रूकी है।
पीएचई की ग्रामीणों ने खोली पोल बताया ०७ माह से बंद है नलजल योजना
जिले में जल जीवन मिशन कार्यक्रम से लेकर नलजल योजनाओ के सुचारू संचालन को लेकर पीएचई विभाग की लचर प्रणाली किसी छिपी नहीं है। ग्राम लक्ष्मीपुर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कृषि महाविद्यालय के भूमि पूजन तथा कृषि विज्ञान मेले में शामिल होने के लिए पहुंचे तो उसी गांव के ग्रामीणों ने पीएचई विभाग की पोल खोलकर रख दी ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके गांव अमहाई में पिछले सात माह से नलजल योजना बंद पडी है और विभाग के द्वारा सुनवाई भी नहीं की जा रही है जिस पर मुख्यमंत्री की नाराजगी मंच से ही विभाग को लेकर सामने आई और उन्होनें त्वरित रूप से नलजल योजना को प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा मुख्यमंत्री को भ्रमण केे दौरान घटिया निर्माण कार्याे की भी शिकायत प्राप्त हुई जिसको लेकर उनके तीखे तेवर देखने को मिले इसके अलावा मुख्यमंत्री पन्ना में आयोजित कार्यक्रमों की प्लानिंग को लेकर भी अप्रसन्न नजर आए अब जब मुख्यमंत्री लौट चुके हैं इसके बाद जिले भर में मुख्यमंत्री के दौर के बाद प्रशासनिक हडक़म्प की स्थिति को लेकर चर्चायें चल रही है और प्रशासनिक व्यवस्था में बडा बदलाव होने को लेकर भी राजनैतिक गलियारों में चर्चा चल रही है।
Created On :   25 May 2023 11:34 AM IST