- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- पन्ना
- /
- दीपावली के बाद मजदूरों का फिर से...
पन्ना: दीपावली के बाद मजदूरों का फिर से हुआ पलायन, ग्राम पंचायतों के कामकाज ठप्प पड़े, स्थानीय स्तर पर नही मिल पा रहा रोजगार
डिजिटल डेस्क, पहाडीखेरा नि.प्र.। जिले में रोजगार के साधन नही होने के चलते बडी संख्या में मजदूर कामगार बाहर रोजगार की तलाश में पलायन करने के लिए मजबूर हैं। दीपावली के त्यौहार एवं विधानसभा चुनाव के दौरान काफी संख्या में मजदूरो की वापिसी हुई थी और इसके बाद मजदूर फिर से स्थानीय स्तर पर काम नहीं होने की वजह से बाहर मजदूरी के लिए पलायन कर रहे हैं। पहाड़ीखेरा की समीपस्थ ग्राम पंचायत जहां पर बडी संख्या में आदिवासी मजदूर तबका रहता है ग्राम पंचायत में मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है और इसके चलते प्रतिदिन अपना घर-परिवार छोडक़र आदिवासी मजदूर काम के लिए बाहर पलायन कर रहे हैं। स्थानीय ज्यादतर मजदूर राजस्थान की ओर जा रहे है गांव के मजदूरों ने बताया कि पंचायत में काम नही हैं ओैर परिवार को पालना है ऐसे में बाहर जाना हम लोगों की मजबूरी है।
अवगत हो इस क्षेत्र में काफी संख्या में मजदूरों को पत्थर खदानों एवं हीरा खदानों से मजदूरी मिलती रही है किन्तु पत्थर खदानें पिछले कई सालों से बंद पडी है हीरा खदानों को लेकर भी यही स्थिति है। क्षेत्राचंल में इस वर्ष पानी नहीं गिरने की वजह से सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है और किसानों के खेत सूखे पड़े हुए है जिसके चलते खेतीहर मजदूरों को भी इस वर्ष काम नही मिल पा रहा है ऐसे में मजदूरों को मजदूरी के लिए पलायन करने के लिए विवश होना पड रहा है। बताते है कि लुहरहाई ग्राम पंचायत से भी दौ से तीन सौ आदिवासी पलायन कर चुके है। क्षेत्राचंल के अन्य गांवों में भी गरीब मजदूरों की यही स्थिति है। मजदूरों के साथ उनकी महिलायें व बच्चें भी पलायन कर रहे है जिससे बच्चों की शिक्षा भी ठप्प हो रही है जिला प्रशासन को चाहिए कि हालातों को देखते हुए क्षेत्र में रोजगार के लिए व्यवस्था करनी चाहिए। मनरेगा योजना को लेकर मजदूरों का कहना है कि मशीनों से ग्राम पंचायतों द्वारा काम करवा लिए जाने से पंचायतों में उन्हें काम नही मिल पाता।
Created On :   27 Nov 2023 12:24 PM IST