पन्ना में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया भगवान श्री बल्देव जी का जन्मोत्सव

पन्ना में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया भगवान श्री बल्देव जी का जन्मोत्सव

डिजिटल डेस्क, पन्ना। सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को फन पर धारण करने वाले शेष नाग ने मानव रूप में अवतार लिया, जिन्हें बल्दाऊ कहा गया। शेषावतार दाऊ भैया का जन्मोत्सव आज देश के इकलौते श्री बल्दाऊ जी मंदिर में पूरी भव्यता व श्रद्धा के साथ मनाया गया। लंदन के सेंटपाल चर्च की अनुकृति पर आधारित बल्दाऊ जी मंदिर में जन्मोत्सव मनाने की तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गयीं थी। आकर्षक रोशनी से सजे मंदिर में आज बंदनवार बांधे गए और तरह-तरह के फूलों की लडिय़ों से मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया था। जिला प्रशासन एवं मंदिर समिति से जुड़े श्रद्धालुओं द्वारा हर वर्ष की तरह परम्पराओं के अनुसार भगवान बल्देव जी की जयंती मनाने की सभी तैयारियां इस बार भी पूरी कर ली गई थीं। भगवान बलराम के जन्मोत्सव में शामिल होने को लेकर हजारों की संख्या में श्रृद्धालु, पुरूष, महिलायें और बच्चे पहुंच चुके थे। जैसे ही घड़ी के दोनों कांटे बारह पर मिले ढोल नगाड़े, शहनाई, आतिशबाजी की गगनभेदी ध्वनि के बीच बल्दाऊ जी ने जन्म लिया।

मंदिर के अंदर बल्दाऊ जी के जन्म के लिये षोडषोपचार विधि से पूजा-अर्चना की गई। हर एक श्रद्धालु दाऊ दयाल जी को आँखों में बसाने के लिए उनकी नयनाभिराम झांकी को अपलक निहार रहे थे। मंदिर में मौजूद महिलाओं द्वारा परम्परागत तरीके जन्मोत्सव के गीत गाये गए। इस दौरान् मंदिर परिसर में पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था देखी गयी। भगवान बलराम जी के जन्मोत्सव कार्यक्रम में पन्ना महाराज छत्रशाल द्वितीय द्वारा भगवान श्री बलराम की चंवर डुलाकर नमन किया गया इस दौरान महारानी जीतेश्वरी देवी भी उपस्थित रहीं। जन्मोत्सव के बाद मंदिर के पुजारी पंडित मनोज कुमार अवस्थी, पंडित अशोक कुमार नायक एवं पंडित बृजगोपाल शुक्ला द्वारा भगवान की पूजा कर आरती उतारी गई। वहीं जन्मोत्सव कार्यक्रम में मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक प्रतिनिधि विष्णु पाण्डेय, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल यादव सहित अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अशोक कुमार चतुर्वेदी, संजय सिंह परिहार, मंदिर समिति के वरिष्ठ सदस्य अरूण शुक्ला, राजेश गौतम, रामकिशेार मिश्रा, कैलाश मोदी सहित हजारों की संख्या में श्ऱृद्धालुगण मौजूद रहे। श्री बल्देव जी मंदिर में बल्देव जी जन्मोत्सव पर कारीगरों द्वारा आकर्षक सजावट की गयी थी, जिसने सभी का मन मोह लिया। इस सजावट से मंदिर की सुन्दरता देखते ही बन रही थी।

मंदिर प्रांगण में हरछठ की पूजा की रही व्यवस्थाएं

हलषष्ठी के पर्व पर हरछठ की पूजा को लेकर भगवान श्री बल्देव जी मंदिर में बडी संख्या में श्रृद्धालु महिलायें और पुरूष पहुंचे जिन्होंने विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की गई और प्रसाद ग्रहण किया गया। मंदिर में महिलाओं द्वारा हरछठ की पूजा करने का क्रम दोपहर बाद तक चलता रहा।

घर-घर में मनाई गई हरछठ

भगवान बलराम जी की जयंती का पर्व हरछठ घर-घर में श्रृद्धा-भक्ति के साथ मनाया गया। महिलाओं एवं श्रृ़द्धालुओं ने व्रत रखकर विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की और मान्यता के अनुसार पूजा में वह प्रसाद-भोग चढ़ाया गया जोकि हल चले बगैर उत्पन्न होता है। इस प्रसाद सामग्री में भैंस का दूध-दही, पसई के चावल, महुआ, अचार सहित विभिन्न प्रकार का प्रसाद चढ़ाया गया और इसे ही उपवास करने वाली महिलाओं ने ग्रहण किया। हरछठ को लेकर आज बाजार में काफी रौनक दिखाई दी। हरछठ लगने वाली पूजन सामग्री की खूब बिक्री हुई। पसई के चावल जिसे आज भोग के रूप में उपयोग किया जाता है जिसके दाम १६० रूपये से ऊपर तक रहे।

Created On :   6 Sept 2023 2:48 PM IST

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