वन रक्षक पर कुल्हाडी से जानलेवा हमला, गंभीर रूप से घायल वन रक्षक को जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती

वन रक्षक पर कुल्हाडी से जानलेवा हमला, गंभीर रूप से घायल वन रक्षक को जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती

डिजिटल डेस्क, पन्ना। जिले में वनकर्मियों पर हमले की लगातार घटनायें सामने आ रही हंै। बीते २८ मई को उत्तर वनमण्डल अंतर्गत सरकोहा बीट में अवैध रूप से हीरा खदान संचालित होने की सूचना पर कार्यवाही के लिए पहँुची वन विभाग की टीम पर उत्खननकर्ता माफियों द्वारा जानलेवा हमला किया गया था उसमें कुल्हाड़ी से किए गए हमले से वन रक्षक अर्पित चौरसिया गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद जिले के दक्षिण वन मण्डल अंतर्गत मोहन्द्रा क्षेत्र स्थित आम्हा नाका चौकी स्थित आवास में निवासरत एक और वन रक्षक इन्द्रभान अहिरवार पर कुल्हाड़ी से जान लेवा हमला किए जाने की घटना सामने आई है। कुल्हाड़ी से किए गए हमले में घायल वन रक्षक को पहले सिमरिया स्वास्थ्य केन्द्र फिर जिला चिकित्सालय पन्ना में उपचार के लिए भर्ती करया गया।

घटना को लेकर जो जानकरी सामने आई है उसके अनुसार गत दिवस दिनांक ०५ जून को वन रक्षक जो कि अपने परिवार के साथ आम्हा चौकी नाका में बने आवास में रहते है वह अपने घर के बाहर खडे हुए थे उसी दौरान आरोपी जो कि कुल्हाड़ी लिए हुए था पहँुचा तथा वन रक्षक से पीने के लिए पानी मांगा जिस पर वन रक्षक द्वारा वहां पास लगे हैण्डपंप का पानी पीने की बात कही गई। इसके बाद आरोपी अचानक हमलावर हो गया और उसने वन रक्षक के ऊपर कुल्हाडी मारी जो कि उनके सिर पर लगी जिससे वन रक्षक घायल होकर वहीं गिर गए। इसके बाद हमलावर आरोपी गाली-गलौंच और जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से भाग गया। घटना में घायल वनरक्षक को उपचार के लिए सिमरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। वन रक्षक के हमले से घायल होने की सूचना अस्पताल से सिमरिया थाना को प्राप्त हुई इसके बाद सिमरिया थाना से पुलिस टीम अस्पताल पहँुची तथा वन रक्षक के कथन दर्ज किए गए। थाना प्रभारी सिमरिया ने बताया कि वन रक्षक द्वारा घटना के संबध में जो जानकारी दी गई उसके अनुसार एक आरोपी के विरूद्ध धारा ३२३, ३२४, २९४, ५०६ आईपीसी के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।

कुल्हाडी लगने से घायल वन रक्षक को सिमरिया अस्पताल से जिला चिकित्सालय पन्ना के लिए रेफर किया गया। जिला चिकित्सालय पन्ना में वनरक्षक का उपचार जारी है। वन रक्षक पर हुए प्राण घातक हमले की पूरी वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व बीट क्षेत्र अंतर्गत तेदुयें की शिकार की घटना पर कुछ आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही हुई थी। आशंका इस बात की जहिर की जा रही है कि इसी रंजिश के चलते वन रक्षक पर प्राण घातक हमला हुआ।

Created On :   7 Jun 2023 12:13 PM IST

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