पन्ना: सार्वजनिक निस्तार के लिए उपयोगी तालाब को मछली पालन के लिए दिए जाने का विरोध

सार्वजनिक निस्तार के लिए उपयोगी तालाब को मछली पालन के लिए दिए जाने का विरोध

डिजिटल डेस्क, पहाडीखेरा नि.प्र.। पन्ना जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत दिया अंतर्गत ग्राम झण्डा स्थित सार्वजनिक निस्तार तथा किसानों द्वारा सिचांई के लिए उपयोगी तालाब मत्स्य पालन के लिए दस वर्ष की लीज पर पट्टा दिए जाने की कार्यवाही का ग्राम पंचायत के सरपंच सहित ग्रामीणजनों द्वारा विरोध किया जा रहा है। इस संबध में उनके द्वारा जिला पंचायत पन्ना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को आवेदन पत्र सौपा गया था। जिस पर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जांच कार्यवाही के लिए आज ग्राम झण्डा पहँुचे तथा उनके द्वारा तालाब का निरीक्षण करते हुए ग्रामवासियों की बात सुनी गई ग्राम पंचायत एवं ग्रामवासियों का कहना है कि झण्डा तालाब का सार्वजनिक निस्तार के लिए पिछले ४० साल से उपयोग हा रहा है गांव के इसी तालाब का मछली पालन के लिए पंचायत द्वारा दस साल के लिए लीज पर लिए जाने की जानकारी सामने आई है जबकि वास्तविक स्थिति यह है कि ग्राम पंचायत द्वारा गांव के तालाब का पट्टा मछली पालन के लिए दिए जाने के संबध में किसी अनुबंध पर सहमति नही दी गई है और ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत से निलंबित सचिव राजेश विश्वकर्मा द्वारा ११२० रूपए की रसीद काटकर अपनी मर्जी से अनुबंध की कार्यवाही कर दी गई है।

वह राशि भी पंचायत के रिकार्ड में जमा नही है जो कि गैर कानूनी कार्यवाही है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम झंडा ग्राम कोठी टोला ग्राम लालपुर में एकमात्र सिंचाई का स्रोत यह तालाब है जिससे पूरे किसान सिंचाई करते हैं कुछ पानी बचाकर अपने पशुओं के लिए भी गर्मी में उसे करते हैं किंतु इस तालाब में मछली पालन हो जाने के कारण तीनों गांव के खेतों की सिंचाई नहीं हो पा रही है आज दिनांक तक पूरी खेती सिंचाई के लिए पड़ी हुई है जिसको आज मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पन्ना आकर के मौके में देख गए हैं और यहां की दुर्दशा देखकर के चले गए किंतु तालाब में पट्टा होने के कारण सिंचाई के लिए मना किया गया। ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर से मांग की गई है झण्डा तालाब के संबध में मछली पालन के लिए पट्टा जारी किया गया है तो उसे निरस्त किया जाये यदि ऐसा नही किया तो गांव में कोई भी खेत नही बो पायेगा। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि तालाब क्षेत्र के अंतर्गत निजी स्वामित्व की जमीन भी है जिनके भू स्वामियों को भी उपयोग के लिए मना किया जा रहा है और मोटर पाइप को तोड़ दिया गया है।

Created On :   21 Nov 2023 11:51 AM IST

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