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पन्ना की श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उत्सव को प्रदेश की सूची में किया जाये शामिल
डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना शहर जिसे सरकार द्वारा पवित्र नगरी का दर्जा प्रदान किया गया है मंदिरों की नगरी के रूप में प्रसिद्ध पन्ना में हजारो की संख्या में श्रद्धालु यहां स्थित प्रसिद्ध श्री जुगल किशोर जी मंदिर, बल्देव जी मंदिर, जगन्नाथ जी मंदिर, रामजानकी मंदिर, गोविन्द जी मंदिर, महामति प्राणनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पहँुचते है। पन्ना शहर में प्राचीनकाल से श्री जुगल किशोर जी मंदिर जन्माष्टमी का पर्व, बल्देव जी मंदिर में हरछठ का पर्व तथा श्री जगदीश स्वामी की रथयात्रा का महोत्सव वृहद स्वरूप में मनाया जाता है। उक्त उत्सव पन्ना शहर की समृद्धि धार्मिक संस्कृति की पहचान रही है परंतु उक्त धार्मिक उत्सवों को जो राज्य स्तर पर एवं राष्ट्रीय स्तर पर मिलनी चाहिए वह नही मिल पाई है वजह यह है कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा पन्ना में आयोजित होने वाले प्रसिद्ध जन्माष्टमी पर्व तथा हरछठ के पर्व को राज्य स्तरीय अपनी राज्यस्तरीय सूची में नही शामिल किया गया है उक्त संबध में पवित्र नगर मंच पन्ना द्वारा आज स्थानीय बल्देव जी मंदिर में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई तथा पन्ना में आयोजित हरछठ तथा जन्माष्टमी के पर्व को राज्य स्तरीय धार्मिक पर्व की सूची में शामिल करने और प्रदेश शासन के संयोजन में इनका आयोजन यहां किये जाने की मांग रखी गई। आयोजित पत्रकार वार्ता में पवित्र नगर मंच के संरक्षक लक्ष्मीकांत शर्मा ने कहा कि वर्तमान मेें मध्य प्रदेश की सरकार की सूची में राज्य स्तरीय महाकाल मंदिर पीताम्बरा पीठ चित्रकूट, ओमकारेश्वर आदि शंकराचार्य प्रतिमा सलकनापुर आदि शामिल है परंतु पन्ना को इसमें शामिल नहीं किया गया है। पवित्र नगर मंच तथा यहां के लोग बल्देव मंदिर में आयोजित होने वाले हरछठ महोत्सव तथा पन्ना नगर के प्रसिद्ध श्री जुगल किशोर जी मंदिर में आयोजित होने वाले जन्माष्टमी के पर्व को राज्य स्तरीय सूची में शामिल कर राज्य शासन के संयोजन में कार्यक्रम के आयोजन की मांग कर रहे है। पवित्र नगर मंच के संयोजक कैलाश मोदी ने बताया कि इस मांग के समर्थन में वर्ष २०२२ से लगातार अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे गए है स्थानीय मंत्री सहित जिले के जनप्रतिनिधियों द्वारा इसका समर्थन किया गया है। हमारी सरकार से अपेक्षा है कि इस क्षेत्र के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए हरछठ और जन्माष्ष्टमी को राज्य स्तरीय आयोजन का दर्जा देेकर आवश्यक व्यवस्थायें की जाये।
Created On :   5 Sept 2023 12:18 PM IST