पहाडीखेरा की रामलीला: दशरथ-कौशल्या नंदन के जन्म पर हर्षित हुआ जनमानस, लगे जय-जयकारे

दशरथ-कौशल्या नंदन के जन्म पर हर्षित हुआ जनमानस, लगे जय-जयकारे

डिजिटल डेस्क, पहाडीखेरा नि.प्र.। पन्ना के पहाडीखेरा ग्राम में वर्ष से चली आ रही परंपरा के क्रम में रामलीला का आयोजन सम्पन्न हो रहा है चल रही रामलीला में प्रतिदिन हजारों की संख्या में पहाडीखेरा मुख्यालय सहित आसपास के दर्जन गांवों से ग्रामीणजन रामलीला मंचन को देखने के लिए पहँुच रहेे हैं। प्रतिदिन शाम को ०७ बजे से मध्य रात्रि तक रामलीला के प्रसंगों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में गत दिवस १२ अक्टूबर को रामलीला में मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव हर्षाेल्लास के साथ सम्पन्न हुआ तथा प्रसंग में अयोध्या नरेश महाराज दशरथ अपने चौथेपन की अवस्था में पहुंचने तथा पुत्रों के नहीं होने से दुखित होकर अपनी व्यथा गुरू वशिष्ठ को सुनाते है तब मुनि वशिष्ठ द्वारा संतान प्राप्ति के लिए यज्ञ करने के लिए कहा जाता है और यज्ञ में मिले प्रसाद के रूप में खिलाई गई खीर से महाराजा दशरथ की तीनों रानियों से सुखद समाचार अयोध्यावासियों को प्राप्त होता है जिससे अयोध्या में हर्ष की लहर फैल जाती है और अयोध्या में खुशी की वह घडी आई जब महारानी कौशल्या के पुत्र स्वरूप में सक्षात श्रीहरी विष्णु प्राप्त होते हैं साथ ही साथ रानी सुमित्रा व कैकई को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है। गुरू वशिष्ठ द्वारा चारों पुत्रों का नामकरण राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघन किया जाता है। भगवान राम के जन्मोत्सव की इस कथा प्रसंग में रामलीला मंचन को देखने पहँुचने श्रद्धालुगण हर्षित हो उठते है तथा जय-जयकारों की गूंज समूचे क्षेत्र गंूजने लगती है। जन्मोत्सव के साथ ही बधाई सोहर गीतां से श्रद्धालु मोहित हो उठे।

Created On :   14 Oct 2023 12:52 PM IST

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