सलेहा क्षेत्र में मिलावटी दूध की बिक्री जोरों पर

सलेहा क्षेत्र में मिलावटी दूध की बिक्री जोरों पर

डिजिटल डेस्क, सलेहा नि.प्र.। वर्तमान समय में एक तरफ जहां पर वैवाहिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है वहां पनीर, दूध, दही, घी की आवश्यकता अधिक होती है। ग्रीष्म ऋतुु के कारण जहां दूध व दूध से बने पदार्थों की मांग बढ़ गई है। वहीं दूध का उत्पादन घट गया है। दूध की मांग पूरी करने के लिए दूध व्यापारियों तथा डेयरियों द्वारा नकली दूध बनाने का धंधा जोरों से किया जा रहा है। जिससे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माने जाने वाले दूध से स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होने की सम्भावनाएं बढ़ गई हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा दूध को सम्पूर्ण पोषाहार माना जाता है लेकिन ग्रीष्म ऋतु में दूध का संकट बढ़ गया है।

वर्तमान समय में दूध का उत्पादन 50 से 60 फीसदी तक कम हो गया है। अच्छा दूध पाने के लिए उपभोक्ता दूध वाले को मुंह मांगा दाम देने के लिए तैयार हैं लेकिन इसके बावजूद मांग अनुसार दूध नहीं मिल पा रहा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सलेहा नगर तथा क्षेत्र में नकली दूध का कारोबार जोर पकड़ता जा रहा है। दूध का फैट बढ़ाने के लिए दूध में बड़ी मात्रा रासायन मिलाकर उसमें चीनी का घोल मिला दिया जाता है। दूध की मांग पूरी करने के लिए दूध व्यापारियों द्वारा मिलावटी दूध बेचा जा रहा है तथा अधिक मात्रा में पानी मिलाकर आधुनिक तरीकों का उपयोग करके तथा दूध के पाऊडर से दूध तैयार किया जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान समय में मार्केट में विभिन्न तरह के केमिकल एवं रसायन दूध बनाने के लिए उपलब्ध होते हैं जिनका उपयोग दूध डेयरियों द्वारा उपयोग किया जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यूरिया तथा कास्टिक रसायन का प्रयोग करके भी लोगों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक कृत्रिम दूध बनाया जा रहा है।

Created On :   7 Jun 2023 12:04 PM IST

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