स्कूल में टाट-फट्टी उठा रहे सातवीं के छात्र को बिच्छू ने काटा

स्कूल में टाट-फट्टी उठा रहे सातवीं के छात्र को बिच्छू ने काटा
  • शासकीय बालक माध्यमिक शाला धरमपुर, विद्यालय में खुले में लगी हुई कक्षायें
  • साफ-सफाई न होने से जहरीले जीव-जंतुओ का डेरा

डिजिटल डेस्क, पन्ना। जिले में सरकारी स्कूलों की हालत बदतर स्थिति मेंविद्यालय में खुले में लगी हुई कक्षायें है विद्यालयो में साफ-सफाई की व्यवस्था के लिए भृत्य तक पदस्थ नही है। बडी संख्या में जिले में ऐसे स्कूल है जो कि एक शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहे हैं। विद्यालय की साफ-सफाई व्यवस्था एवं टाट फट्टी का काम बिछाने का कार्य स्कूल के बच्चों से करावाया जा रहा है। विद्यालय के आसपास एवं परिसर क्षेत्र में खरपतवार एवं झांडियों के होने से तथा बारिश की वजह से दलदल में तब्दीलहो जाते हैं तथाजहरीले जीव-जंतुओ से बच्चो के जीवन को खतरा बन गया है। अभी हाल में ही पन्ना जिले बनौली ग्राम स्थित आदिवासी बस्ती के सरकारी स्कूल में पढऩे वाली बच्ची की सांप के काट लिये जाने से दुखद मोैत की घटना सामने आ चुकी है इसके बावजूद स्कूलों की साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर प्रशासन, शिक्षा विभाग सर्व शिक्षा अभियान तथा विद्यालय प्रबंधनों की ओर से कोई सुरक्षात्मक कदम नहीं उठाये गए है। जिसके चलते जहरीले जीव-जंतुओ के काटने की घटनायें जारी है।

आज जिले के अजयगढ तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम धरमपुर स्थित माध्यमिक शाला में कक्षा ७वीं में पढऩे वाली छात्र को जब वह स्कूली की कक्षा में टाट-फट्टी बिछाने के लिए टाट-फट्टी को उठा रहा था उसी दौरान उसमें छिपी बिच्छू द्वारा बच्चे के सीने में काट लिया गया जिससे बच्चा रोने-बिखलने लगा। इससे बच्चों में अफरा तफरी की स्थिति मच गई। जिस बच्चे को बिच्छू ने काटा था उसे शिक्षक द्वारा उसी स्थिति में गैर जिम्मेदराना तरीके से अकेले ही उसके घर भिजवाया दिया गया। जिसके बाद परिजन बालक अजय सोनी पिता राजेन्द्र सोनी को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र धरमपुर ले गए तथा बच्चा का उपचार कराया गया बच्चे की हालत ठीक बताई जा रही है। इसके पूर्व भी विद्यालय में बिच्छू द्वारा एक छात्र को काटे जाने की घटना हो चुकी है। बालक माध्यमिक शाला धरमपुर के संबध में जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार विद्यालय में भृत्य पदस्थ नहीं है। एक मात्र शिक्षक विद्यालय में पदस्थ है कक्षा ६वीं से लेकर ८वीं तक माध्यमिक शाला संचालित है जिसमें ८१ बच्चे दर्ज है विद्यालय भवन की छतों से पानी टपकता है।

इनका कहना है

विद्यालय में कक्षा ६वीं से ८वीं तक ८३ बच्चे दर्ज है एक मात्र शिक्षक के रूप में वह ही पदस्थ है भृत्य की नियुक्ति इस विद्यालय में ही नहीं बल्कि दूसरे किसी भी विद्यालयों में नही है। ऐसे में कई तरह की परेशानियां विद्यालय संचालन को लेकर हो रही है। साफ-सफाई के लिए कर्मचारी नियुक्त करने के लिए कोई फण्ड भी नहीं हैं।

रामनाथ प्रजापतिप्रभारी प्रधान अध्यापक, बालक माध्यमिक शाला धरमपुर

विद्यालय में बच्चो की शिक्षा एवं सुरक्षा दोनों के साथ खिलवाड़ हो रहा है एक मात्र शिक्षक जो कि प्रधान अध्यापक के प्रभार में भी है वह विद्यालय की व्यवस्था को सही तरीके से संचालित नहीं कर रहे हैं। आज जब बालक को बिच्छू ने काटा तो वह बालक को घर तक पहँुचाने के लिए नहीं पहँुचे। विद्यालय में भृत्य नहीं है साफ-सफाई नहीं होने से जीव-जंतु आसपास मौजूद हेै। बच्चे ही स्कूल में झाडू लगाने और टाट फट्टी बिछाने और उठाने के लिए मजबूर है। ग्रामीण क्षेत्रो में सरकारी स्कूल ही बच्चों की शिक्षा के लिए एक मात्र संसाधन है गरीब ग्रामीण अपने बच्चों को सुरक्षा के चलते स्कूल नहीं भेजते है। क्या पता कोई बडी घटना हो सकती है इसको लेकर शासन-प्रशासन को जिम्मेदारी समझनी होगी।

अरविन्द सोनी

महासचिव युवक कांग्रेस व स्थानीय ग्रामवासी

Created On :   25 July 2023 11:43 AM IST

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