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पन्ना: श्रेया गिरी महोत्सव दूसरा दिन, गर्भकल्याणक के साथ संपन्न हुआ भव्य पिच्छिका परिवर्तन
डिजिटल डेस्क, पन्ना। अतिशय क्षेत्र श्रेयांश गिरी में संपन्न हो रहे श्री मज्जिनेन्द शांतिनाथ पंचकल्याणक महा महोत्सव के दौरान आज 19 नवंबर को प्रभु का गर्भ कल्याणक संपन्न हुआ जिसमें प्रभु शांतिनाथ, कुंथुनाथ, अरहनाथ का स्वर्ग से चलकर धरणी धरा पर हस्तिनापुर नगरी गर्भावतरण हुआ। प्रभु के गर्भ आने के 6 माह पूर्व से ही स्वर्गों के देवों ने दिन में 3 अथवा 4 बार रत्नों की वर्षा की। बतलाते है यह प्रभु तीर्थंकर भगवान के असीम पुण्य का प्रभाव ही कहें कि पूरे 15 माह तक रत्न वृष्टि होने से समस्त संसार में गरीबी का नामोनिशान नहीं रहता।प्रभु माता के गर्भ में रहते हुए भी गर्भ संबंधित दुखों से पूर्णत: रिक्त होकर सुखपूर्वक समय व्यतीत करते हैं। आज उपरोक्त संपूर्ण क्रियाविधि का संस्कारारोहण अतिशय क्षेत्र में प्रतिष्ठित हो रही प्रतिमाओं पर किये गये।
अष्टकुमारियों ने की गर्भ गोधन क्रिया,माता-पिता की गोद भराई
इस विशेष क्रियाविधि में अष्टकुमारियों ने जगत माता की गर्भ गोधन क्रिया संपन्न की संध्याकाल में माता के 16 सपनों का मनोरम मंचन किया गया। इस पावन अवसर पर प्रभु के माता-पिता की गोद भराई का कार्यक्रम भी संपन्न हुआ जिसमें संपूर्ण देश भर के कोने.कोने से एवं क्षेत्रीय अंचल की समाज ने लाभार्जन किया।
भव्य पिच्छीका परिवर्तन संपन्न हुआ
इसी दौरान परम पूज्य भारत गौरव गणाचार्य श्री विरागसागर जी महामुनिराज ससंघ का भव्य पिच्छीका परिवर्तन संपन्न हुआ। संपूर्ण जैन समाज ने चतुर्विध संघ के पावन कर कमलों मैं नयी पिच्छीका भेंट की तथा नियम संयम धारण करने वाले श्रद्धालुओं को पुरानी पिच्छी प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ जिसमें पूज्य गणाचार्य गुरुवर की पुरानी पिच्छी लेने का सौभाग्य राजकुमार चंदा जैन अजयगढ़ को प्राप्त हुआ। इस पावन अवसर पर पूज्य गणाचार्य श्री ने अपने प्रवचन्नाशो मैं कहा दिगंबर जैन साधुओं की पिच्छी की असीम महिमा है जो प्रत्येक श्रद्धालुओं को ज्ञात है जिसे भी इसका मंगल आशीर्वाद अथवा पुरानी पिच्छी प्राप्त होती है उसके जीवन में निश्चित ही परिवर्तन आता है यही कारण है कि लोग नयी पिच्छी भेंट करने तथा पुरानी पिच्छी लेने के लिए आतुर रहते हैं।
अनेक शिष्यों ने भेजी गुरु कर में पिच्छी
इस दौरान देश के विभिन्न प्रांतों में चातुर्मास कर रहे शिष्य साधुओं ने पूज्य गणाचार्य गुरुवर के कमलो में समाज के द्वारा नवीन पिच्छी भेजी जिसमें श्रमणाचार्य विभव सागर विनम्र सागर, विनिश्चय सागर, गणिनी विशाश्री, विभाश्री,विन्धयश्री, विदुषीश्री,विवोध श्री,विविक्तश्री, विरम्याश्री, विप्राश्री,विश्वमताश्री, विशल्य सागर आदि संघों ने पिच्छी भेंट कर गुरु भक्ति समर्पित की।
देशभर के भक्तगणों को न्योता
मीडिया प्रभारी भरत सेठ घुवारा ने देशभर के धर्मावलंबियों को महा महोत्सव में आमंत्रित करते हुए बताया कि आगंतुक समस्त अतिथियों के आवास एवं भोजन की बेहतर इंतजाम किए गए हैं भक्तगणों का भारी संख्या में पधारने का लगातार तांता लगा हुआ है।
Created On :   20 Nov 2023 11:15 AM IST