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पन्ना: सिमरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्थायें बेहाल, नहीं रहते चिकित्सक, घायलों को भुगतना पड़ रहा खामियाजा
डिजिटल डेस्क, सिमरिया नि.प्र.। पन्ना जिले की बड़ी पंचायतों में शामिल तहसील सिमरिया की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हैं तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिमरिया भगवान भरोसे चल रहा है। कहने को तो सिमरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉ. ओंकार राय एवं डॉ. शुयश श्रीवास्तव पदस्थ हैं परंतु स्थिति यह है कि जरूरत पडने पर दोनों ही नदारत रहते हैं। समूचे परिक्षेत्र के मरीज इलाज हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिमरिया पहुंचते हैं तो उन्हें निराशा ही हांथ लगती है स्थिति यह है कि यदि कहीं पर भी कोई घटना हो जाए तो मेडिकल प्राथमिक चिकित्सा एवं पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टर का समय पर मिलना मुश्किल है। डॉक्टरों की लापरवाही के चलते परिजन परेशान होते रहते हैं। चूंकि विधानसभा निर्वाचन के चलते प्रदेश में 9 अक्टूबर से चुनावी आचार संहिता प्रभावी होने के बावजूद भी शासन के निर्देशों की अवहेलना की जा रही है जिससे स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चौपट है।
प्राथमिक उपचार न मिलने से युवक की रास्ते में हुई मौत
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पर्याप्त समय पर उपचार न मिलने एक युवक की रास्ते में मौत हो गई। दिनांक १४ अक्टूबर २०२३ को सिमरिया-पन्ना मुख्य मार्ग पर चिखला के पास सडक र्दुघटना घटित हुई। जिसमें ट्रक क्रमांक टीएन-३७-बीएक्स-५७८५ के चालक मगनलाल डामोर द्वारा अपना ट्रक सीमेण्ट फैक्ट्री से अनलोड करके राजस्थान की ओर वापिस जा रहा था तभी सिमरिया से अमानगंज की ओर मोटरसाइकिल से जा रहे राजू यादव पिता बाला यादव उम्र 25 वर्ष निवासी कोठी थाना सिमरिया एवं अभिषेक द्विवेदी पिता अशोक द्विवेदी उम्र 15 वर्ष, सुरेश चौधरी पिता मुरारी चौधरी उम्र 50 वर्ष निवासी कोठी की मोटरसाइकिल ट्रक से टकरा गई। जिसमें राजू यादव गंभीर रूप से घायल हो गया उक्त घटना में घायल तीनों व्यक्तियों को स्थानीय लोगों की मदद से ऑटो के माध्यम से प्राथमिक उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिमरिया लाया गया जहां कोई भी चिकित्सक न होने के कारण उक्त तीनों घायलों का प्राथमिक उपचार भी संभव नहीं हो सका तथा बिना उपचार के ही तीनों घायलों को जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।
जहां थाना सिमरिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजू यादव पिता बाला यादव उम्र 25 वर्ष निवासी कोठी की रास्ते में ही मौत हो गई शेष दोनों घायल व्यक्तियों का इलाज जिला चिकित्सालय में जारी है। परिजनों व प्रत्यक्ष दर्शियों का कहना है कि अगर सिमरिया में पदस्थ दोनों चिकित्सकों में से कोई भी एक उपस्थित होता तो राजू यादव को प्राथमिक उपचार देकर बचाया जा सकता था परंतु ऐसा नहीं हो सका। दो-दो चिकित्सकों के पदस्थ होने के बावजूद भी आम आदमी को प्राथमिक उपचार न मिलना शासन प्रशासन व विभाग की संवेदनहीनता को दर्शाता है। ऐसी स्थिति में जब आचार संहिता प्रभावशील है कर्मचारियों-अधिकारियों के मुख्यालय छोडऩे वह अवकाश पर पूर्णत: प्रतिबंध है तब ऐसी स्थिति में भी यहां की व्यवस्थाएं इस तरह से संचालित हो रही है कि चिकित्सक ही उपलब्ध नहीं होते स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ वरिष्ठ अधिकारियों को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
Created On :   16 Oct 2023 2:48 PM IST