Pune City News: ज्ञान, साहित्य और संस्कृति का उत्सव : पुणे पुस्तक महोत्सव का भव्य आगाज

ज्ञान, साहित्य और संस्कृति का उत्सव : पुणे पुस्तक महोत्सव का भव्य आगाज
केंद्रीय व राज्य मंत्रियों की उपस्थिति में तीसरे पुणे पुस्तक महोत्सव का शुभारंभ

भास्कर न्यूज, पुणे। उत्तम ज्ञान प्राप्त करने के लिए ग्रंथों के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मित्र होती हैं, जो विद्यालय और महाविद्यालय के समय से जीवनभर साथ देती हैं। यदि कोई व्यक्ति पुस्तकों के पठन-पाठन से आनंद लेता है, तो उसका जीवन सुखी और समृद्ध बनता है। यह विचार पुणे पुस्तक महोत्सव के प्रस्तावित अध्यक्ष एवं वरिष्ठ साहित्यकार विश्वास पाटिल ने शनिवार को व्यक्त किए।


शनिवार को पुणे में तीसरे पुणे पुस्तक महोत्सव की उत्साहपूर्ण शुरुआत हुई। महोत्सव का उद्घाटन केंद्रीय राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल, महाराष्ट्र के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील तथा वरिष्ठ साहित्यकार एवं इतिहासकार विश्वास पाटिल की उपस्थिति में संपन्न हुआ।



इस अवसर पर विश्वास पाटिल ने कहा कि पुणे पुस्तक महोत्सव के कारण आने वाले समय में पुणे शहर ‘पुस्तकों की पंढरी’ के रूप में पहचाना जाएगा। उन्होंने बताया कि इस महोत्सव ने अब तक कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के रिकॉर्ड बनाए हैं, जिससे इसकी प्रतिष्ठा और ऊंचाई पर पहुंची है। आयोजकों का उद्देश्य निकट भविष्य में पुणे में विश्वस्तरीय पुस्तक महोत्सव आयोजित पुष्टि करना है।

उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वर्तमान तकनीकी युग में ई-बुक्स का प्रचलन बढ़ा है, किंतु हाथ में पुस्तक लेकर पढ़ने का आनंद अनोखा और अद्वितीय होता है। वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि पुणे पुस्तक महोत्सव को पुणेकरों ने अपना स्वयं का महोत्सव मानकर भरपूर समर्थन और प्रेम दिया है। यह महोत्सव इस बात का सशक्त प्रमाण है कि पाठक आंदोलन आज भी जीवंत है।



पुणे पुस्तक महोत्सव 21 दिसंबर तक पाठकों और साहित्यप्रेमियों के लिए खुला रहेगा, जहां ज्ञान, साहित्य और संस्कृति का समृद्ध संगम देखने को मिल रहा है।

Created On :   13 Dec 2025 8:16 PM IST

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