Pune City News: विदेश से आई महिला का ‘महान’ दान, अंगदान से चार भारतीयों को मिला नया जीवन

विदेश से आई महिला का ‘महान’ दान, अंगदान से चार भारतीयों को मिला नया जीवन
  • ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली भारतीय मूल की महिला
  • विदेशी नागरिक का अंगदान: अनुमति लेना बना चुनौती

भास्कर न्यूज, पुणे। ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली भारतीय मूल की महिला ने अपनी मृत्यु के बाद ऐसा अमूल्य उपहार दिया, जिससे चार लोगों को नई जिंदगी मिल गई। दिवाली मनाने अपने मायके लोनावला आई इस महिला की तबीयत अचानक बिगड़ी और उपचार के दौरान उसका निधन हो गया। परिवार ने बड़ा निर्णय लेकर मानवता की मिसाल पेश की। महिला के अंगदान से चार मरीजों को जीवनदान मिला। पुणे के डी. वाय. पाटिल हॉस्पिटल, में एक मरीज को किडनी, दूसरे को लीवर दिया गया, दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल में एक मरीज को किडनी, मुंबई के एच. एन. रिलायंस हॉस्पिटल में एक मरीज को हार्ट दिया गया। सभी चारों मरीजों की शल्यक्रिया सफल रही और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। यह पुणे की पहली विदेशी नागरिक अंगदाता महिला बन गई हैं।

- विदेशी नागरिक का अंगदान: अनुमति लेना बना चुनौती

मूल रूप से लोनावला निवासी यह परिवार कई वर्षों से मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया) में रह रहा था और वहां की नागरिकता प्राप्त कर चुका था। दिवाली मनाने के लिए जब परिवार लोनावला आया, तभी 46 वर्षीय महिला को तेज सिरदर्द हुआ। उन्हें तुरंत चिंचवड़ के आदित्य बिर्ला मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने उपचार के दौरान उन्हें ब्रेन डेड घोषित किया। इस दुःखद घड़ी में भी महिला के पति और भाई ने बड़ा दिल दिखाते हुए अंगदान का निर्णय लिया। महिला ऑस्ट्रेलिया की नागरिक होने के कारण अंगदान के लिए ऑस्ट्रेलियाई दूतावास की अनुमति अनिवार्य थी। 2 नवंबर को रविवार होने के कारण दूतावास बंद था, जिससे प्रक्रिया में विलंब की आशंका थी। परंतु आदित्य बिर्ला हॉस्पिटल के डॉक्टरों, प्रत्यारोपण टीम की सदस्य डॉ. उर्वी शुक्ला, समन्वयक वैशाली पवार, और विभागीय अंग प्रत्यारोपण समिति की डॉ. शीतल महाजनी व डॉ. वृषाली पाटिल के अथक प्रयासों से समय पर अनुमति प्राप्त की गई। दूतावास की अनुमति के बाद, विभागीय अंग प्रत्यारोपण समिति की दिशा-निर्देशानुसार अंगों का प्रत्यार्पण इस्पतालों में किया गया।

Created On :   14 Nov 2025 6:24 PM IST

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