ईडी के लिए बड़ा झटका: दुबई में गिरफ्तार महादेव ऐप घोटाले का आरोपी रवि उप्पल लापता, दो साल बाद भी नहीं मिला सुराग, प्रत्यर्पण प्रक्रिया अटकी !

दुबई में गिरफ्तार महादेव ऐप घोटाले का आरोपी रवि उप्पल लापता, दो साल बाद भी नहीं मिला सुराग, प्रत्यर्पण प्रक्रिया अटकी !
  • 2018 में शुरू हुआ करोड़ों का अवैध खेल
  • घोटाले का आरोपी रवि उप्पल कहां है और क्या कर रहा है?
  • यीएई ने भारत का प्रत्यर्पण अनुरोध ठुकराया गया!
  • दुबई-मलेशिया से होता था महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप का संचालन

Raipur News. दिसंबर 2023 के दौरान दुबई में गिरफ्तार महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप घोटाले के मुख्य आरोपी रवि उप्पल के ठिकाने का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने और गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा था कि जल्द ही उसे भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा, लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बावजूद वो अब भी लापता है। इस बीच यह सवाल उठ रहा है, आखिर रवि उप्पल कहां है और क्या कर रहा है?


प्रत्यर्पण प्रक्रिया पर रोक की बात

सूत्रों के मुताबिक भारतीय एजेंसियों को सूचना दी गई कि रवि उप्पल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से किसी अज्ञात देश निकल गया है। उसकी वर्तमान लोकेशन साझा नहीं की गई। इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि यूएई ने प्रत्यर्पण प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोकने का प्रस्ताव दिया है।

भारत का प्रत्यर्पण अनुरोध ठुकराया गया!

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूएई ने अनौपचारिक रूप से भारत का प्रत्यर्पण अनुरोध ठुकरा दिया। कारण बताया गया कि आवश्यक दस्तावेज समय पर नहीं पहुंचे, जब्कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया। ईडी के मुताबिक “सभी दस्तावेज समय पर जमा किए गए थे, भारत की ओर से कोई चूक नहीं हुई।”


ईडी के लिए बड़ा झटका

माना जा रहा है कि रवि उप्पल का इस तरह गायब हो जाना ED के लिए बड़े झटके से कम नहीं है। एजेंसी उप्पल और उसके सहयोगी सौरभ चंद्राकर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और साइबर फ्राॅड के मामलों की जांच कर रही है।


सौरभ चंद्राकर को दिसंबर 2024 में दुबई में गिरफ्तार किया गया था और वह वर्तमान में हाउस अरेस्ट है। भारत ने उसके प्रत्यर्पण की भी मांग की थी, लेकिन इसपर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

वानूआतू की नागरिकता के सहारे मिली ढाल

सूत्रों के मुताबिक, रवि उप्पल के पास वानूआतू नामक साउथ पैसिफिक द्वीप देश की नागरिकता है। वानूआतू और भारत के बीच कोई प्रत्यर्पण समझौता नहीं है। इसी का लाभ उठाते हुए उप्पल और चंद्राकर ने वहां संपत्तियां खरीदीं और अपने नेटवर्क फैलाने की योजना बनाई थी।

सौरभ चंद्राकर वह शख्स है, जिसने रिपब्लिक ऑफ वानूआतू की नागरिकता ली है। उसका पासपोर्ट नंबर- RV0165645 बताया गया है। पासपोर्ट 6 मई 2022 से 5 मई 2032 तक का जारी हुआ। इसमें सौरभ के हस्ताक्षर हैं। इस पासपोर्ट के मुताबिक सौरभ का जन्म 13 जनवरी 1995 को भिलाई में हुआ था।

इसी तरह रवि उप्पल ने भी रिपब्लिक ऑफ वानूआतू की नागरिकता ले ली। उसका पासपोर्ट नंबर-RV0168309 है। जिसके तहत 30 सितंबर 1980 को रवि की जन्म तारीख बताई गई है। 28 जून 2022 से 27 जून 2032 तक वैलिड पासपोर्ट में रवि के हस्ताक्षर हैं।

महादेव ऐप घोटाला : 3,200 पैनल देशभर में सक्रिय, दुबई-मलेशिया से होता था संचालन

महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप घोटाले की शुरुआत वर्ष 2018 में हुई थी। इस अवैध नेटवर्क के जरिए रोजाना करोड़ों रुपए का दांव लगाया जाता था। जांच एजेंसियों के अनुसार, देशभर में इसके करीब 3,200 पैनल सक्रिय थे। इस नेटवर्क का संचालन दुबई, छत्तीसगढ़, मलेशिया और थाईलैंड में चल रहे कॉल सेंटरों से किया जा रहा था।

मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के नौकरशाहों और राजनीतिक हस्तियों से करीबी संबंध बताए जाते हैं, जिस कारण जांच एजेंसियों को घोटाले की तह तक पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।


भूपेश बघेल पर लगे थे करोड़ों रुपए लेने के आरोप

2023 में मामले का भांडाफोड़ होते ही सियासी गलियारों में उबाल उठा। छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर 508 करोड़ रुपए लेने के गंभीर आरोप लगे। जिसके जवाब में बघेल ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया था।

एजेंसियों में हड़कंप

रवि उप्पल की गुमशुदगी ने न केवल प्रवर्तन एजेंसियों (ED) को चौंका दिया है, ईडी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उप्पल कहां छिपा है और क्या उसे वानूआतू या किसी तीसरे देश से वापस लाया जा सकता है।


वानूआतू से जुड़ी जानकारी

  • वानूआतू 'Y' आकार का एक द्वीप समूह है, जिसमें करीब 80 द्वीप शामिल हैं।
  • वानूआतू की जनसंख्या का 94% हिस्सा स्वदेशी मेलानेशियन है।
  • राजधानी पोर्ट विला में लगभग 30,000 लोग रहते हैं
  • राष्ट्रीय भाषा बिस्लामा (स्थानीय पिजिन) है, जबकि अंग्रेज़ी और फ़्रेंच भी आधिकारिक भाषाएं हैं।
  • वानूआतू में नागरिक दोहरी नागरिकता रख सकते हैं।
  • यहां का पासपोर्ट यूके, यूरोप, रूस, सिंगापुर और हांगकांग समेत 125 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा देता है।

EOW ने इनके खिलाफ केस दर्ज किया

1. सौरभ चंद्राकर

2. रवि उप्पल

3. शुभम सोनी

4. चंद्रभूषण वर्मा

5. असीम दास

6. सतीश चंद्राकर

7. भूपेश बघेल

8. नीतीश दीवान

9. अनिल कुमार उर्फ अतुल अग्रवाल

10. विकास छापरिया

11. रोहित गुलाटी

12. विशाल आहूजा

13. धीरज आहूजा

14. अनिल कुमार दम्मानी

15. सुनील कुमार दम्मानी

16. भीम सिंह यादव

17. हरि शंकर तिबरवाल

18. सुरेंद्र बागड़ी उर्फ जूनियर (कोलकाता)

Created On :   4 Nov 2025 10:38 PM IST

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