3 महीने बाद 770 पन्नों की चार्जशीट दाखिल
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक पुलिस ने तीन महीने पहले बेंगलुरु में हुए एसिड हमले के मामले में अदालत को 770 पन्नों का आरोपपत्र सौंपा है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। 23 वर्षीय पीड़ित युवती की अभी भी अस्पताल में कई सर्जरी हो रही है। घटना 28 अप्रैल को हुई। बेंगलुरु के सुनकडकट्टे में आरोपी नागेश ने युवती का पीछा किया और फिर उस पर एसिड डाल दिया। पीड़िता 35 फीसदी जल गई।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी पीड़िता के साथ उसी स्कूल में एसएसएलसी (कक्षा 10) में पढ़ता था। नागेश ने कई बार युवती से अपने प्यार का इजहार किया, लेकिन उसे हर बार बदले में इनकार ही मिला, जिससे गुस्साए आरोपी ने बदला लेने का फैसला किया और उस पर एसिड फेंक दिया।
पुलिस ने 13वें अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) अदालत को सौंपे गए आरोपपत्र में 92 गवाहों को नामजद किया है। जांचकर्ताओं ने आईपीसी की धारा 164 के तहत दो चश्मदीदों के बयान भी सौंपे हैं। हमले को अंजाम देने के बाद आरोपी नागेश ने अपने भाई को फोन कर घटना के बारे में बताया।
इस बातचीत की कॉल रिकॉर्डिग को पुलिस ने फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) से पुष्टि की है, जिसमें साफ पता चला है कि आवाज आरोपी नागेश की है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी ले लिया है, जिसमें नागेश पीड़िता के कार्यालय के पास एसिड अटैक को अंजाम देने से एक दिन पहले नजर आ रहा है।
कर्नाटक पुलिस ने एसिड हमलावर को पकड़ने के लिए 10 विशेष टीमों का गठन किया था। आखिरकार, 16 दिनों के बाद कामाक्षीपाल्या पुलिस ने उसे तिरुवन्नामलाई शहर में दबोच लिया। आरोपी नागेश 28 अप्रैल से लापता था और साधु का वेश बनाकर पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा। भगवा पोशाक पहने आरोपी ने खुद को एक आध्यात्मिक व्यक्ति के रूप में बदल लिया था।
पुलिस भी भक्तों के रूप में आश्रम गई और निरीक्षण करने और अथक परिश्रम करने के बाद उसके बारे में सुराग प्राप्त करने में सफल रही और अंत में उसे पकड़ लिया।
सोर्सः आईएएनएस
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Created On :   9 Aug 2022 11:30 AM IST