अमेरिका में भारतीय मूल के दंपति पर फोन घोटाला धनशोधन मामले में आरोप तय

Indian-origin couple accused in phone scam money laundering case
अमेरिका में भारतीय मूल के दंपति पर फोन घोटाला धनशोधन मामले में आरोप तय
अमेरिका में भारतीय मूल के दंपति पर फोन घोटाला धनशोधन मामले में आरोप तय
हाईलाइट
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न्यूयार्क, 15 जुलाई (आईएएनएस)। अमेरिकी न्याय विभाग ने बताया है कि भारतीय मूल के दंपति पर फोन घोटाला धनशोधन का आरोप लगाया गया है और संघीय अधिकारियों ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, भारतीय मूल के एक अन्य व्यक्ति को एक अन्य मामले में दो साल की सजा सुनाई गई है।

अभियोजन पक्ष के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि मेहुलकुमार मनुभाई पटेल और उनकी पत्नी चिताली दवे ने सरकारी अधिकारियों के रूप में या तकनीकी सहायता का बहाना करके अमेरिकियों को धोखा देने वाले भारत के फोन घपलेबाजों की ओर से कथित तौर पर 400,000 डालर से अधिक की अवैध वसूली की।

एक अलग मामले में, जोइश पटेल को संघीय न्यायाधीश विलियम रे द्वारा गुरुवार को एक घोटाले में 140,000 डालर लेने के लिए सजा सुनाई गई।

दवे को मंगलवार को अटलांटा में संघीय मजिस्ट्रेट न्यायाधीश लिंडा टी वॉकर के समक्ष पेश किया गया।

दंपति पर एक जूरी द्वारा नौ जून को आरोप लगाए गए। मेहुलकुमार पटेल को 19 जून को अटलांटा में संघीय मजिस्ट्रेट जूड क्रिस्टोफर सी बली के समक्ष पेश किया गया था।

अटलांटा में संघीय अभियोजक ब्युंग जे पाक ने कहा, भारत स्थित आपराधिक कॉल सेंटरों ने हमारे समुदाय के अशक्त सदस्यों को फोन पर गुमराह कर उनसे धन हड़पने की कोशिश की। पटेल और देव जैसे लोग इन योजनाओं के सरगना थे जिन्होंने अमेरिका में विदेश आधारित धोखेबाजों की ओर से कथित रूप से धन शोधन किया।

न्यायिक विभाग ने कहा कि जोइश पटेल के मामले में घोटालेबाजों ने अमेरिकियों को फोन किया और कहा कि उन पर करों का बकाया है जिसके लिए उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है या यह कहा कि उन्हें ऋण के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए पैसा भेजना होगा।

विभाग ने कहा कि पटेल ने 2017 में फर्जी आईडी का उपयोग कर पीड़ितों से धन वसूला।

अभियोजन पक्ष ने मेहुलकुमार पटेल और दवे के कथित घोटाले के बारे में बताया कि भारत में बैठे फोन ऑपरेटरों ने खुद को अमेरिकी अधिकारियों के रूप में पेश किया और अपने शिकार अमेरिकियों से फोन पर कहा कि उनके सामाजिक सुरक्षा नंबर (भारतीय आधार कार्ड जैसा) का उपयोग अपराधों में किया गया है।

इन लोगों ने पीड़ितों को धमकाया कि वे उन्हें गिरफ्तार करने आ रहे हैं या उनकी संपत्ति जब्त होने जा रही है। अगर इस सबसे बचना है तो अमुक धनराशि अमुक खाते में जमा करवा दो। इन खातों में मेहुल और दवे सहित कुछ अन्य घपलेबाजों के खाते थे। इसी धमकी के जरिए इन दोनों के खातों में लोगों ने डर कर चार लाख डालर तक डाल दिए।

Created On :   15 July 2020 6:01 PM IST

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