जहांगीरपुरी हिंसा के आरोपी की बहन ने भाई को बताया बेगुनाह
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। 16 अप्रैल को हुई जहांगीरपुरी हिंसा के आरोपी फरीद उर्फ नीतू को गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले के तामलुक में रहने वाली उसकी बहन सबीना बीबी ने उसे बेगुनाह करार दिया है। सबीना बीबी ने कहा, उसने हमें बताया कि जहांगीरपुरी में कथित हिंसा के दिन, उसने वास्तव में पथराव करने वालों को रोकने की कोशिश की थी। हालांकि, यह सुनकर वह डर गया कि उसे एक आरोपी के रूप में नामित किया गया है। इसलिए डर के मारे वह फरार हो गया।
उनके अनुसार उनका पुश्तैनी आवास तमलुक से सटे महिषादल में है। हालांकि, वह आजीविका की तलाश में बहुत पहले दिल्ली चला गया था। वह जहांगीरपुरी में एक छोटी सी मांस की दुकान से अपनी आजीविका चलाता था। पता चला है कि फरीद सबसे पहले दिल्ली से ट्रेन में सवार होकर कोलकाता पहुंचा था। वहां से उसने अपनी मौसी को तमलुक के ढलहारा गांव में बुलाया और बताया कि वह कुछ देर उसके साथ ही रहेगा।
उसके बाद उसने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया, लेकिन मौसी के कॉल से दिल्ली पुलिस को फरीद की लोकेशन के बारे में एक अहम सुराग मिल गया। सबीना बीबी के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद कुछ औपचारिकताएं पूरी करने के लिए उसके भाई को पहले तमलुक पुलिस स्टेशन ले जाया गया। सबीना ने कहा, वहां मैं एक बार अपने भाई से मिलना चाहती थी। लेकिन अब मुझे अनुमति दी गई।
तमलुक पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अरूप सरकार ने बताया कि गिरफ्तारी प्रक्रिया के अनुसार की गई और दिल्ली पुलिस की टीम तमलुक आई और मांगपत्र दिया। उन्होंने कहा, हमने उनके साथ पूरा सहयोग किया और फरीद को गिरफ्तार कर लिया गया। फरीद तीसरा पूर्वी मिदनापुर कनेक्शन है जिसे दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी हिंसा में पाया है।
मुख्य आरोपी अंसार शेख, जिले के प्रमुख औद्योगिक शहर हल्दिया में एक आलीशान हवेली का मालिक है। अंसार हर साल हल्दिया जाता था, जहां उसने एक परोपकारी व्यक्ति की छवि विकसित की। दूसरा पूर्वी मिदनापुर कनेक्शन हल्दिया से सटे महिषादल थाना अंतर्गत कंचनपुर गांव निवासी शेख असलम का है। वह इलाके में एक बढ़ई के रूप में काम करता था, जो अपनी आजीविका कमाने के लिए दिल्ली गया था।
आईएएनएस
Created On :   29 April 2022 1:00 PM IST