मृत घोषित युवक के जिंदा होने की संभावना पर अस्पताल में हंगामा 

Uproar in the hospital over the possibility of the young man declared dead
मृत घोषित युवक के जिंदा होने की संभावना पर अस्पताल में हंगामा 
मृत घोषित युवक के जिंदा होने की संभावना पर अस्पताल में हंगामा 

डिजिटल डेस्क सतना। करंट लगने से एक युवक की मृत्यु के बाद भी उसके जिंदा होने की संभावना पर परिजनों ने नागौद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हंगामा मचाया। आरोप है कि गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के दवा काउंटर में तोडफ़ोड़ भी की। पुलिस ने बताया कि रविवार को नागौद में जसो रोड स्थित हनुमान मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया था। सुबह साढ़े 11 बजे के करीब हरदुआ निवासी 32 वर्षीय महेन्द्र कुशवाहा मृतक पिता रामप्रताप ने  ताजे गीले हरे बांस के डंडे पर झंडा लगा कर जैसे ही उसे गाडऩे के लिए  बांस ऊपर उठाया तो बांस ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन के संपर्क में आ गया। करंट लगने से महेन्द्र कुशवाहा अचेत हो गए। उन्हें इलाज के लिए नागौद स्थित सरकारी अस्पताल ले जाया गया लेकिन ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर डा.सर्वेश प्रताप सिंह ने उन्हें  डेड घोषित कर दिया। परिजनों ने  पीएम नहीं करने का आग्रह किया लिहाजा पोस्टमार्टम रोक दिया गया। 
और, ऐसे बिगड़ी बात :—
पुलिस ने बताया कि रिश्तेदारों को इक_े होने के बाद परिजनों को महेन्द्र के शव में हलचल लगी और उन्हें लगा कि वो जिंदा हैं। जिंदगी की संभावना को देखते हुए एक बार फिर से  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के दो चिकित्सकों से परीक्षण कराया गया लेकिन डा.वीके तिवारी और डा.अमित सोनी ने भी महेन्द्र कुशवाहा को मृत घोषित कर दिया। आरोप है कि इसी बीच अस्पताल के दवा काउंटर में तोड़ फोड़ की गई। आक्रोश के बीच परिजन शव को लेकर बिड़ला हास्पिटल आए। यहां भी जब डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया तो परिजन जिला अस्पताल पहुंच गए। और,अंतत: नागौद थाने के  सब इंस्पेक्टर पवन राज की मौजूदगी में मृतक का पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
 

Created On :   23 Nov 2020 12:58 PM GMT

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