Hibox Investment Scam: 500 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में एल्विश यादव-भारती के बाद रिया चक्रवर्ती के मिला समन, जाने पूरा मामला

500 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में एल्विश यादव-भारती के बाद रिया चक्रवर्ती के मिला समन, जाने पूरा मामला
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  • एल्विश यादव-भारती के बाद रिया चक्रवर्ती के मिला समन
  • जाने पूरा मामला क्या है

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आज कल सेलेब्स और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स के लिए सोशल मीडिया एक पैसे कमाने का अच्छा जरिया बन गया है। जहां सेलेब्स तमाम तरह के प्रोडक्ट और ऐप्स का प्रचार करते और लोगों के इंफ्लूएंस करते नजर आते हैं। जिससे कई बार इंफ्लूएंस होकर लोग अपना नुकसान कर लेते हैं। ऐसा ही एक केस का बीते दिनों दिल्ली पुलिस ने भंडाफोड़ किया गया जिसमें कई बड़े सेलेब्स के नाम सामने आए हैं। दिल्ली पुलिस ने 500 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी वाले ऐप घोटाले में यूट्यूबर एल्विश यादव और कॉमेडियन भारती सिंह समेत 5 सेलेब्स को समन किया था। वहीं अब दिल्ली पुलिस ने HIBOX ऐप घोटाले में बॉलीवुड एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती को सामन भेजा है। रिया पर आरोप है कि उन्होंने विज्ञापन के जरिए लोगों को इस ऐप में निवेश करने के लिए मोटिवेट किया था।

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कोई भी सेलेब्स नहीं हुआ पूछताछ में शामिल

सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान, पूरव झा, एल्विश यादव, भारती सिंह, हर्ष लिंबाचिया, लक्ष्य चौधरी, आदर्श सिंह, अमित और दिलराज सिंह रावत सहित सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स ने एप्लिकेशन का प्रचार किया और लोगों को ऐप के माध्यम से निवेश करने के लिए इंफ्लूएंस किया। लेकिन नोटिस भेजने के बाद इनमें से कोई भी पूछताछ में शामिल होने के लिए नहीं आया था। अब दिल्ली पुलिस ने एल्विश समेत सभी को एक बार फिर से नोटिस भेजने का फैसला किया है। 9 अक्टूबर को दिल्ली के IFSO ऑफिस में रिया चक्रवर्ती को बुलाया गया है।

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जाने क्या है पूरा मामला

दिल्ली पुलिस इस पूरे मामले पर बात की है। पुलिस ने बताया कि घोटाले के मुख्य आरोपी निवासी शिवराम को गिरफ्तार कर लिया गया है जो कि चेन्नई का रहे वाला है। आईएफएसओ स्पेशल सेल हेमंत तिवारी ने कहा, HIBOX एक मोबाइल एप्लीकेशन है, जो एक घोटाले का हिस्सा था।' डीसीपी ने कहा कि इस एप्लीकेशन के जरिए आरोपी ने रोजाना एक से पांच फीसदी की गारंटीड रिटर्न का वादा किया था, जो एक महीने में 30 से 90 फीसदी के बराबर है। इस एप को फरवरी 2024 में लॉन्च किया गया था। इस एप में 30,000 से ज्यादा लोगों ने इन्वेस्ट किया था। शुरुआती पांच महीनों में निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला। हालांकि, जुलाई से एप ने तकनीकी गड़बड़ियों, कानूनी मसलों, जीएसटी आदि का हवाला देते हुए पेमेंट रोक दिया। इसके बाद कंपनियां उत्तर प्रदेश के नोएडा में अपना ऑफिस बंद करने के बाद गायब हो गईं। पुलिस ने कहा कि मास्टरमाइंड शिवराम को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके चार अलग-अलग बैंक खातों से 18 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं।

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Created On :   6 Oct 2024 1:15 PM IST

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