अनुभव सिन्हा ने रणबीर, आलिया और नेपोटिज्म पर आर. बाल्की के भाव को समझने की कोशिश की
- अनुभव सिन्हा ने रणबीर
- आलिया और नेपोटिज्म पर आर. बाल्की के भाव को समझने की कोशिश की
मुंबई, 18 जुलाई (आईएएनएस)। फिल्मकार अनुभव सिन्हा ने हाल ही में आर. बाल्की के एक साक्षात्कार में अभिनेता रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के बारे में जानकारी देने के दौरान उनकी राय को लेकर ट्वीट किया है।
सिन्हा ने अपने वेरीफाइड अकाउंट से शनिवार को ट्वीट किया, मुझे नहीं लगता कि बाल्की का मतलब यह होगा कि रणबीर और आलिया अभी सबसे अच्छे कलाकार हैं। वे नहीं हैं। दो अच्छे कलाकारों की तुलना करने के लिए कोई मापदंड नहीं है। मुझे लगता है कि उनका मतलब यह था कि वे दोनों अपने शानदार वंशावली के बावजूद वास्तव में योग्य सितारे हैं। और मैं इससे सहमत हूं।
सिन्हा का ट्वीट बाल्की द्वारा हाल ही में कही गई बातों के मद्देनजर आया है। इस दौरान एक चर्चा यह थी कि क्या स्टार किड्स को बॉलीवुड में अनुचित लाभ दिया जाता है।
इस पर आर. बाल्की ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में कहा, सवाल यह है कि क्या वे (स्टार किड्स) अनुचित या बड़ा फायदा उठाते हैं? हां, उनके पास फायदे और घाटा दोनों हैं। लेकिन मैं एक साधारण सवाल पूछूंगा : मुझे आलिया (भट्ट) या रणबीर (कपूर) से बेहतर कलाकार खोज कर दें, और हम बहस करेंगे। यह कुछ माहिर लोगों को लेकर की जा रही टिप्पणी अनुचित है, जो शायद कुछ बेहतरीन कलाकारों में शामिल हैं।
सिन्हा ने बताया कि उन्हें क्यों लगता है कि किसी कलाकार के बच्चे का अभिनेता या अभिनेत्री बनने को नेपोटिज्म नहीं कहा जा सकता।
उन्होंने एक अलग ट्वीट में कहा, 30 के दशक में एक अभिनेत्री थी जिनका नाम रतन बाई था। उनकी एक बेटी थी जिसका नाम शोभना समर्थ है, जिन्होंने अभिनय भी किया। शोभना की दो बेटियां थीं जिन्होंने अभिनय किया, नूतन और तनुजा। तनुजा की बेटियां काजोल और तनिष्ठा हैं। क्या वे नेपोटिज्म हैं???? नहीं। कुछ भी मत बोलो सारे ..।
Created On :   18 July 2020 5:00 PM IST