भारतीय फैशन स्टार्टअप्स के वर्तमान परिदृश्य

Current scenario of Indian fashion startups
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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। भारत सरकार देश में हर क्षेत्र में स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं को प्रोत्साहित कर रही है। ऐसे में फैशन पीछे क्यों रहे? दिल्ली का एफआईओ एक ऐसा ही स्टार्टअप है, जो फैशन और डिजाइन उद्योग में विभिन्न खिलाड़ियों (डिजाइनरों, खरीदारों, निर्यातकों, आपूर्तिकर्ताओं आदि) के लिए एक एग्रीगेटर के तौर पर काम करता है। यह व्यवसाय और नेटवर्किं ग के अवसरों को सुविधाजनक बनाता है।

रॉबी रावत और विवेक रावत के विचारों से उपजे इस फर्म की नींव साल 2019 में रखी गई थी। इसका उद्देश्य युवा डिजाइनरों और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के बीच की खाई को पाटना है।

यह फर्म फैशन और डिजाइनर पेशेवरों के लिए एशियन डिजाइनर वीक, द डेस्टिनेशन वेडिंग शो और एफआईओओ पोपअप्स जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से व्यापार और नेटवर्किं ग प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है।

आईएएनएस ने रॉबी रावत से इस वेंचर के बारे में ज्यादा जानकारी पाने के लिए बातचीत की :

प्रश्न : एफआईओ क्या है?

रावत : एफआईओ फैशन और डिजाइन के क्षेत्र में क्रिएटर और कंज्यूमर के लिए एक सहयोगी और सामुदायिक वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म है। एफआईओ का उद्देश्य सबसे बड़ा फैशन और डिजाइन समुदाय बनाने का है और उस समुदाय द्वारा व्यवसाय, नेटवर्किं ग और सीखने के अवसरों को सुविधाजनक बनाना है। वर्तमान में कंपनी इवेंट प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने समुदाय का निर्माण कर रही है और सफलतापूर्वक एक ऑफलाइन इकोसिस्टम भी बना चुकी है। यह काम हमारे लोकप्रिय कार्यक्रम व प्लेटफॉर्म एशियन डिजाइनर वीक द्वारा किया जाता है।

एफआईओ जल्द ही अपना टेक प्लेटफॉर्म लॉन्च करने जा रहा है।

प्रश्न : फैशन स्टार्टअप्स के मौजूदा हालात को आप किस नजरिए से देख रही हैं?

रावत : साधारण तौर पर मौजूदा हालात में भारतीय फैशन इंडस्ट्री काफी अव्यवस्थित है। यहां घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में काफी दूरी है। डिजाइनर समुदाय को मंदी का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें पारंपरिक मॉडल से परे सोचने की आवश्यकता है।

हालांकि कुछ स्टार्टअप मौकों को समझते हैं और नए व अनोखे विचारों के साथ आगे बढ़ते हैं। इसमें रेंटल और प्री-ऑन्ड फैशन व्यापार शामिल हैं।

प्रश्न : आप भारत में फैशन का भविष्य कैसा देख रही हैं?

रावत : भारत वैश्विक फैशन और डिजाइन इंडस्ट्री का वैश्विक बाजार है। फैशन के भविष्य में निश्चित रूप से भारत से उत्पन्न होने वाले कई ब्रांडों को देखा जाएगा, जिसका निर्माण भारत में होगा और दुनिया भर में वितरण और खुदरा क्षेत्र में मजबूत पकड़ रखेगा। साथ ही पश्चिमी संस्कृति वाले भी इसे स्वीकार करेंगे।

प्रश्न : एशआईओ किस तरह फैशन स्टार्टअप्स को फंड एकत्र करने में मदद करता है?

रावत : एफआईओ ने पहले एमक्यूडीसी द्वारा अपने इंडस्ट्री बॉडी के सहयोग से एशियन फैशन एंड डिजाइन काउंसिल और व्हिजडम क्लब के साथ मिलकर एक ग्लोबल इनक्यूबेशन सेंटर शुरू करने की घोषणा की है। इस सेंटर का उद्देश्य फैशन, डिजाइन और इनोवेशन के क्षेत्रों में विचारों का समर्थन करना है।

व्यापारिक आईडिया में स्थिरता सहित सामाजिक प्रभाव भी होना चाहिए। सेंटर अपने शुरुआती चरणों में कुछ ऐसे विचारों का चयन करेगा और बड़े बाजारों के लिए पेशेवर रूप से बढ़ने में उनकी मदद करेगा। हम उनके लिए एक प्रभावी पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में मदद करने के लिए अन्य कॉर्पोरेट, निवेशकों और डोमेन विशेषज्ञों की भागीदारी भी कर रहे हैं।

Created On :   16 March 2020 2:30 PM IST

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