फिल्मी दुनिया में नेपोटिज्म से ज्यादा ग्रुपिज्म खतरनाक : अक्षरा सिंह

Groupism more dangerous than nepotism in film world: Akshara Singh
फिल्मी दुनिया में नेपोटिज्म से ज्यादा ग्रुपिज्म खतरनाक : अक्षरा सिंह
फिल्मी दुनिया में नेपोटिज्म से ज्यादा ग्रुपिज्म खतरनाक : अक्षरा सिंह

पटना, 25 जून (आईएएनएस)। भोजपुरी फिल्मों की चर्चित अभिनेत्री अक्षरा सिंह का कहना है कि फिल्मी दुनिया में नेपोटिज्म से ज्यादा ग्रुपिज्म खतरनाक है। उन्होंने कहा कि हर जगह है नेपोटिज्म, मगर प्रतिभा को भी सम्मान मिलना चाहिए।

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद देशभर में बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर आक्रोश है। अक्षरा ने माना है कि हर जगह नेपोटिज्म है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि गैर फिल्मी बैकग्राउंड से आने वाले प्रतिभाशाली लोगों की अनदेखी हो।

उन्होंने कहा, जिसके माता-पिता जिस भी क्षेत्र में होते हैं, वे चाहते हैं कि उनका बच्चा उसी क्षेत्र में कदम रखे। इन सबके बावजूद कई लोग गैर फिल्मी पृष्ठभूमि से आये और अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ गए। उन्होंने कहा, मेरे ख्याल से हर जगह प्रतिभा को सम्मान मिलना चाहिए और उसे आगे बढ़ने देना चाहिए। मेरे ख्याल से हम सभी कलाकारों को जो एक्टर बनने के लिए जाते हैं और प्रतिभाशाली हैं, उन्हें मौका मिलना चाहिए। साथ ही उसी प्रक्रिया से स्टार किड्स को गुजरना चाहिए। उन्हें भी ऑडिशन की प्रक्रिया से गुजरना चाहिए।

उन्होंने नेपोटिज्म से ज्यादा ग्रुपिज्म को खतरनाक बताया और कहा कि इसका शिकार हर कलाकार से लेकर छेाटे तकनीशयन तक हैं।

Created On :   25 Jun 2020 6:30 PM IST

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