मनजोत सिंह : एक टाइगर रिजर्व में शूटिंग करना रोमांचक था
मुंबई, 12 मई (आईएएनएस)। अभिनेता मनजोत सिंह याद करते हैं कि वन्यजीवों पर आधारित लघु फिल्म जोया की शूटिंग के दौरान वह एक टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट में रहने को लेकर कितने उत्साहित थे।
मनजोत ने आईएएनएस को बताया, एक फिल्म की शूटिंग के लिए टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट में जाना मेरे लिए बहुत रोमांचक था। मुझे एक कहानी फिल्माते समय प्रकृति के करीब रहने का अवसर मिला।
साहिर सेठी द्वारा निर्देशित, निर्मित और लिखित इस फिल्म की शूटिंग 2015 में हुई थी और इसका प्रीमियर 2016 में पाम स्प्रिंग्स इंटरनेशनल शॉर्टफेस्ट में किया गया था।यह फिल्म और भी कई अंतरराष्ट्रीय लघु फिल्म समारोहों में गई थी।
उन्होंने कहा, मेरे पास उस वक्त उतनी सफल फिल्में नहीं थीं, जितनी आज हैं। लेकिन फिर भी साहिर मुझे इस फिल्म के लिए ले गए। यह बहुत खास था।
फिल्म की कहानी एक टाइगर जोया के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक जंगल से गायब हो जाती है और कैसे एक जूलॉजिस्ट उस जानवर को खोजने के लिए निकल पडता है।
उन्होंने कहा, मुझे वन्यजीवों के बारे में बहुत सी बातें नहीं पता थीं, खासकर कि प्राणी विज्ञानी और वन अधिकारी जानवरों को कैसे पकड़ते हैं। वे विशिष्ट कोनों में कैमरे लगाते हैं और जब भी कोई जानवर उस क्षेत्र को पार करता है, तो उसे क्लिक किया जाता है और कैमरे पर रिकॉर्ड किया जाता है। कई बार जानवर उन कैमरों को भी तोड-फोड या खराब कर देते हैं। तब अधिकारी नए कैमरे लगाते हैं। जैसा कि मेरा चरित्र एक प्राणीविज्ञानी के सहायक का है जो खोए हुए बाघ को खोजने के लिए एक मिशन पर है, लिहाजा मैंने कैमरे लगाने का तरीका सीखा! हमेशा कुछ नया सीखना बहुत रोमांचक होता है!
लघु फिल्म में राजेश तैलंग और गीता अग्रवाल शर्मा भी हैं। राजेश जैसे अनुभवी एक्टर के साथ काम करने को लेकर मनजोत ने कहा, साहिर ने मुझे बताया था कि वो नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एक्टिंग टीचर हैं। वह बहुत ही कमाल के हैं और उन्हें ऑब्जर्व करना बहुत रोचक था। हर सीन में उनकी बॉडी लैंग्वेज का एक कारण होता है। मैंने बॉडी लैंग्वेज को लेकर उनसे बहुत कुछ सीखा।
जोया एमयूीआई इंडिया ऐप पर 9 मई को रिलीज हुई।
Created On :   12 May 2020 12:00 PM IST