#MeToo : फरहान अख्तर बोले- साजिद खान की हरकत पर शर्मिंदा हूं
डिजिटल डेस्क, मुंबई । #me too कैंपेन ने कई बड़ों नामों की नींव हिला कर रख दी है। कई एक्ट्रेस और मॉडल ने बड़े-बड़े नामों की धज्जियां उड़ा दी। अब इस कैंपेन के सपोर्ट में कई एक्टर्स भी आ रहे हैं। इनमें सबसे पहला नाम अक्षय कुमार का आता है क्योंकि उन्होंने साफ कर दिया है कि जो भी नाम #me too के जरिए बाहर आए हैं उनके साथ वो काम नहीं करेंगे। डायरेक्टर साजिद खान का नाम आते ही सबसे पहले अक्षय ही थे जिन्होंने दो टूक कह दिया था कि जब तक साजिद को क्लीन चिट नहीं मिल जाती वो उनके साथ काम नहीं करेंगे। अक्षय के ऐसे बयान के बाद साजिद को अपनी अपकमिंग फिल्म हाउसफुल 4 से हाथ खींचने पड़ गए हैं।
साजिद के मामले में अब उनके चचेरे भाई और एक्टर-डायरेक्टर फरहान अख्तर का बयान सामने आया है। फरहान ने हाल ही में "वी द विमेन कार्यक्रम में पत्रकार बरखा दत्त से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपने चचेरे भाई साजिद खान पर लगे यौन योषण के आरोपों पर भी बात की। फरहान ने कहा कि उन्हें अपने चचेरे भाई साजिद खान के अनुचित व्यवहार से अवगत नहीं होने के कारण आपराधिक भावना महसूस होती है। बता दें कि साजिद पर कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। अभिनेत्री सलोनी चोपड़ा और एक पत्रकार ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्होंने "हाउसफुल 4" के निर्देशक के काम से हाथ खींच लिया था।
फरहान ने कहा, "हर बार जब ऐसा कुछ सार्वजनिक जीवन में होता है, तो मैं अपनी राय रखने में बहुत मुखर रहा हूं। जब मेरे परिवार के किसी सदस्य के खिलाफ आरोप लगे, तो मुझे लगा कि अब चुप्पी साधे रहना बहुत, बहुत ही बड़ा ढोंग होगा।" कार्यक्रम के दौरान फरहान ने कहा, महज माफी मांगना पर्याप्त नहीं होगा क्योंकि यौन उत्पीड़न एक अपराध है, तो फरहान ने कहा, "बिल्कुल, इस तरह की चीजें अदालत के दायरे में ले जाने की जरूरत है, उनको फैसला करना है। ये वे चीजें हैं, जिसका उसे (साजिद) सामना करना होगा।"
उन्होंने कहा कि "माफी माँगना शुरूआत करने के लिए एक बड़ा कदम है। यह कहना "मैंने जो किया उसके बारे में मुझे खेद है" एक बड़ा कदम है। इससे एक व्यक्ति बहुत बेहतर महसूस कर सकता है।" फरहान ने कहा कि जब उन्होंने पहली बार अपने चचेरे भाई के खिलाफ आरोपों के बारे में सुना, तो उनमें परस्पर विपरीत तरह की भावनाएं हावी हो गई थीं।
उन्होंने कहा, "यह आश्चर्यचकित, निराशाजनक और अजीब बात थी, क्योंकि जब ये आपके परिवार के सदस्य के साथ होता है, तो आप भी अपराध के एक निश्चित स्तर को महसूस करते हैं। फरहान ने कहा कि आखिरकार यह एक महिला का निर्णय होता है कि कब वो अपनी कहानी बताना चाहती है। उसे ऐसा माहौल दिया जाना चाहिए ताकि वह अपनी बात रख सके। अगर किसी ने किसी महिला के साथ बुरा व्यवहार किया है और उसने 10, 20 या 30 साल तक इसके बारे में बात नहीं की है, तो यह उसका विशेषाधिकार है कि वह कब इसके बारे में बोलना चाहती है।
Created On :   26 Nov 2018 10:05 AM IST