म्यूजिक लेबल नाइट क्लब्स को अपना गाना बजाने के लिए पैसे देते हैं: अभिज्ञान झा

Music labels pay night clubs to play their song: Abhigyan Jha
म्यूजिक लेबल नाइट क्लब्स को अपना गाना बजाने के लिए पैसे देते हैं: अभिज्ञान झा
म्यूजिक लेबल नाइट क्लब्स को अपना गाना बजाने के लिए पैसे देते हैं: अभिज्ञान झा

मुंबई, 16 अगस्त (आईएएनएस)। हाल ही में लोकप्रिय रैपर बादशाह ने मुंबई पुलिस के सामने स्वीकार किया था कि उन्होंने 7.2 करोड़ नकली व्यू खरीदने के लिए 72 लाख रुपये का भुगतान किया था, ताकि साल 2019 में उनका गाना पागल सबसे ज्यादा देखे जाने वाले गीत का रिकॉर्ड बना सके।

वहीं अब आगामी संगीत वेब सीरीज, द सोचो प्रोजेक्ट के निर्देशक अभिज्ञान झा का दावा है कि रैपर्स, संगीतकारों और यहां तक कि संगीत कंपनियों का एक वर्ग ऐसा भी है जो अपने गाने बजाने के लिए लोकप्रिय रेस्तरां और नाइट क्लबों को भुगतान करते हैं, क्योंकि यह लोकप्रियता हासिल करने के सबसे तेज तरीकों में से एक है।

अभिज्ञान ने आईएएनएस से कहा, संगीत का पूरा कारोबार बदल गया है और यह अलग है। यह न सिर्फ सोशल मीडिया पर नकली व्यू खरीदने के बारे में है, बल्कि कुछ संगीत लेबल के तहत कुछ कलाकारों के गाने बजाने के लिए लोकप्रिय क्लब और रेस्तरां को भुगतान भी किया जाता है। इस तरह से अन्य शैलियों की अपेक्षा एक ही प्रकार के गीतों को अधिक प्रमोट किया जा रहा है। जब आप, एक श्रोता के रूप में हर रेडियो स्टेशन पर और हर क्लब और रेस्तरां में वही गाने सुन रहे होते हैं, तो आप यह मानने के लिए बाध्य हो जाते हैं कि इस गाने का गायक लोकप्रिय है! लेकिन क्या आप एक अंदाजा लगा पा रहे हैं? वह यह कि ये झूठी लोकप्रियता है!

एक कलाकार के ²ष्टिकोण से उनके शब्दों को उचित ठहराया जा सकता है, लेकिन कई लोग तर्क दे सकते हैं कि इस व्यवसाय मॉडल में कुछ भी गलत नहीं है। खास तौर से क्लब और रेस्तरां मालिकों के लिए, क्योंकि वे यहां पैसा बनाने के लिए ही हैं, चाहे वह संगीत कंपनियों से हो या अपने ग्राहकों से हो। हालांकि अभिज्ञान का अपना एक अलग ²ष्टिकोण है।

उन्होंने कहा, यहां कई साल पुराने स्थान, कैफे और क्लब हैं, जो अभी भी चल रहे हैं। मुंबई और अन्य मेट्रो शहरों में, क्लब और रेस्तरां कुकुरमुत्ते की तरह हैं और इसलिए वे तुरंत बंद हो रहे हैं। क्यों? क्योंकि भोजन, संगीत और माहौल हर ब्रांड के सिग्नेचर बनते जा रहे हैं। वही संगीत बजाकर जिसे लोग हर जगह सुन रहे हैं, उन जगहों का अपना सिग्नेचर नहीं बच पाता है।

अपने आगामी शो, द सोचो प्रोजेक्ट में, निर्देशक ने कई नई प्रतिभाओं के साथ काम किया है। सीरीज में 25 नए गाने हैं और इसमें लोपा मुद्रा राउत, गौरव खन्ना और साहिल वैद जैसे अन्य प्रसिद्ध टेलीविजन कलाकार हैं।

एमएनएस-एसकेपी

Created On :   16 Aug 2020 11:00 AM IST

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