संजय दत्त जिस स्कूल में पढ़े, उस पर फीस लेने से रोक
- संजय दत्त जिस स्कूल में पढ़े
- उस पर फीस लेने से रोक
शिमला, 15 जुलाई (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट द्वारा महामारी के चलते ऑनलाइन क्लासेज लिए जाने के कारण कसौली की पहाड़ियों में सनावर पर स्थित प्रतिष्ठित लॉरेंस स्कूल पर अतिरिक्त फीस लेने से रोक लगा दी गई है। इस स्कूल के पूर्व छात्रों में संजय दत्त जैसे बॉलीवुड अभिनेता शामिल हैं।
जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और ज्योत्सना रेवल दुआ की पीठ ने राज्य के शिक्षा सचिव और स्कूल हेडमास्टर को 20 जुलाई को सुनवाई की अगली तारीख से पहले जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
मंगलवार को अपने एक पेज के आदेश में, अदालत ने स्कूल को मिलने वाली 170,800 रुपये की शेष राशि पर रोक लगा दिया गया है।
अदालत ने दीपक गुप्ता की याचिका पर यह आदेश पारित किया, जिन्होंने 7 जुलाई को अदालत का दरवाजा खटखटाया। उनका बेटा सोलन जिले में स्थित बोर्डिग स्कूल की कक्षा 8 में है।
याचिकाकर्ता ने कहा, बच्चे के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए उसे बोर्डिग स्कूल में भेजने का बड़ा फैसला माता-पिता द्वारा लिया जाता है ताकि वह शारीरिक व मानसिक रूप से सशक्त बने।
उन्होंने कहा कि स्कूल ने जनवरी में कुल 636,200 रुपये की फीस मांगी जिसे दो किश्तों में चुकाना था। पहली किश्त में 401,700 रुपये की भरपाई करनी थी जिसे 15 फरवरी से पहले दिया जाना था।
दूसरी किश्त 2,34,500 रुपये की थी जिसे 15 जुलाई से पहले चुकाना था।
उन्होंने कहा कि 15 फरवरी को विद्यालय खोला गया और महामारी के चलते 17 मार्च को बच्चे को घर ले आया गया।
याचिकाकर्ता ने कहा कि राज्य की उच्च शिक्षा ने 27 मई को निजी स्कूलों को ट्यूशन फीस के अलावा कोई और अतिरिक्त शुल्क नहीं लेने का निर्देश दिया है और ट्यूशन शुल्क का संग्रह भी तिमाही के आधार पर नहीं किया जा सकता।
लगभग 140 माता-पिता ने फीस न बढ़ाने को लेकर विद्यालय से अनुरोध करते हुए डिजिटली हस्ताक्षरित एक पत्र भेजा।
माता-पिता के अनुरोध को नजरअंदाज करते हुए, स्कूल ने 3 जुलाई को 2,34,500 रुपये के बजाय 1,70,800 रुपये की मांग की, शुल्क को महज 11 प्रतिशत (63,700 रुपये) ही घटाया गया।
स्कूल ने 6 अप्रैल को ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कीं, जिसमें 20 से 30 विद्यार्थियों की नियमित कक्षाओं की तुलना में चार खंड में 120 विद्यार्थी शामिल थे।
आवासीय लॉरेंस स्कूल में पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला जैसे पूर्व छात्र शामिल रहे हैं।
Created On :   15 July 2020 7:00 PM IST