एक ऑटिस्टिक बच्चे के दर्द की दास्तां है शॉर्ट फिल्म ‘लेट मी बी’

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एक ऑटिस्टिक बच्चे के दर्द की दास्तां है शॉर्ट फिल्म ‘लेट मी बी’
एक ऑटिस्टिक बच्चे के दर्द की दास्तां है शॉर्ट फिल्म ‘लेट मी बी’

डिजिटल डेस्क, मुंबई। निर्देशक शिवालिक शंकर अपने खास विजन से एक शॉर्ट फिल्म लेकर आ रहे है। जिस फिल्म का नाम है, ‘लेट मी बी’। शिवालिक और पल्लवी वैद्य के जरिए लिखी इस कहानी में एक ऐसे बच्चे की कहानी दिखाई गई है। जो ऑटिस्टिक जैसी खतरनाक बीमारी से ग्रसित है। इस लड़के का नाम रॉन है। इस कहानी को शिवालिक ने बड़ी ही खूबसूरती से पर्दे पर उतारा है। इसमें तीन कलाकारों ने काम किया है मार्विन वेलास्को, रोड जेम्स और किम्बरिली केहो।

 

 

निर्देशक शिवालिक ने बताई कहानी  

 

इस फिल्म की कहानी के बारे में बात करते हुए शिवालिक शंकर ने बताया कि, ‘लेट मी बी’ एक ऐसे ऑटिस्टिक लड़के की कहानी है जो हर रोज नई चुनौतियों का सामना करता है। जिसकी वजह से उसके माता-पिता जेमी और मार्टिन को काफी संघर्ष करना पड़ता है। रॉन को पढ़ना, पेंटिंग्स बनाना और समंदर के किनारे पर होना बहुत पसंद है, रॉन की मां जेमी एक मेहनतकश महिला है जिसने रॉन की वजह से अपनी जवानी खो दी। रॉन के पिता एक बिजनेसमैन हैं जो रॉन की देखभाल के लिए ज्यादा वक्त घर पर ही बिताना चाहते हैं। 

 

काल्पनिक दुनिया में खोया रहता है रॉन

 

रॉन के पिता चाहते हैं कि वह भी वह स्पेशल बच्चों के बीच रहे और रॉन चाहता है कि वह अपने माता-पिता के साथ प्रकृति के बीच रहे। वो कई बार अपनी मां से इस बारे में बोलता भी , है लेकिन उसकी मां हर बार मना कर देती है। जिसके बाद वो अपने ख्यालों की दुनिया बनाकार वहां पहुंच जाता है, लेकिन उसे बाद में ये अहसास होता है कि वो तो एक सपना था। रॉन अपनी समुद्र की काल्पनिक दुनिया में ही खोया रहता है।  निर्देशक शिवालिक ने कहा कि इस फिल्म को बनाने का मकसद लोगों को इसके माध्यम से एक संदेश देना है कि इस तरह के स्पेशल बच्चों को अच्छे से केयर किया जाए।

 

 

बता दें कि इस तरह की कहानी पर्दे पर अब तक दो बार दिखाई जा चुकी है। पहले तो जीटीवी पर एक सीरियल अंतरा आया और फिर स तारे जमीन पर फिल्म आई। जिसमें इसी तरह की बीमारी से पीड़ित बच्चों को दिखाया गया। 

Created On :   8 Feb 2018 2:45 PM IST

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